सरकार फाइजर के क्षतिपूर्ति से संरक्षण के अनुरोध की पड़ताल कर रही है: पॉल

नयी दिल्ली, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार क्षतिपूर्ति से संरक्षण के फाइजर के अनुरोध की जांच पड़ताल कर रही है और लोगों के व्यापक हित और गुणदोष के आधार पर फैसला करेगी।

पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हां, हम फाइजर के साथ बातचीत कर रहे हैं और उन्होंने आने वाले महीनों में एक निश्चित मात्रा में टीके की उपलब्धता का संकेत दिया है, संभवतः जुलाई की शुरुआत से।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि सरकार से उनकी अपेक्षाएं क्या हैं और वे देख रहे हैं कि हमारी उनसे क्या अपेक्षाएं हैं। यही वह प्रक्रिया है जिसमें आगे बढ़ा जा सकेगा क्योंकि उन्हें भारत आना होगा और भारत में लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा, यह एक रास्ता है और कोल्ड चेन और आपूर्ति की अनिवार्यताएं हैं।’’

पॉल ने कहा, ‘‘उन्होंने मूल देश सहित सभी देशों को क्षतिपूर्ति से संरक्षण का अनुरोध किया है। हम इस अनुरोध की जांच पड़ताल कर रहे हैं और हम लोगों के व्यापक हितों और गुणदोष के आधार पर निर्णय लेंगे। इस पर चर्चा की जा रही है और अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।’’

सूत्रों ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी कंपनी फाइजर ने अपने कोविड-19 टीके के लिए त्वरित अनुमोदन की मांग करते हुए भारतीय अधिकारियों से कहा है कि इसकी खुराक ने भारत में सामने आये सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ तथा भारतीय मूल के एवं भारत के लोगों पर ‘‘उच्च प्रभावशीलता’’ दिखायी है। साथ ही यह 12 साल या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए भी उपयुक्त है और इसे एक महीने के लिए 2-8 डिग्री सेल्सियस पर रखा जा सकता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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