हम देश की प्रगति के लिए खड़े हैं, विपक्षी दल एक-दूसरे को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचा रहे: भाजपा

नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किये जाने संबंधी उनके आरोपों को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि वे सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार करने को अपना अधिकार समझते हैं। साथ ही, भाजपा ने यह दावा भी किया कि उनमें से कई भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उनकी पार्टी देश की सर्वांगीण प्रगति के लिए खड़ी है, जबकि विपक्षी दल ‘‘एक-दूसरे को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने के लिए खड़े हैं।’’

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्षी नेताओं का संयुक्त पत्र यह स्पष्ट करता है कि वे जांच एजेंसियों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार करने को अपना अधिकार समझते हैं और उनका पत्र ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ जैसा है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और के. चंद्रशेखर राव सहित नौ विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संयुक्त पत्र लिखकर विपक्ष के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के “खुल्लम खुल्ला दुरुपयोग करने” का आरोप लगाया है।

पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य नेताओं में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राजद के तेजस्वी यादव, राकांपा के शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस (जम्मू कश्मीर) के फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना-यूबीटी के उद्धव ठाकरे और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव शामिल हैं।

त्रिवेदी ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में कई ऐसे नेता शामिल हैं जो खुद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

भाजपा के राज्यसभा सदस्य त्रिवेदी ने कहा कि जो लोग संवैधानिक पदों पर रहते हुए कथित रूप से भ्रष्टाचार में शामिल थे, वे अब कह रहे हैं कि जांच एजेंसियों को जांच नहीं करनी चाहिए।

त्रिवेदी ने कहा कि ‘आज़ादी के अमृत काल’ के वर्तमान समय के दौरान उन्हें बाल गंगाधर तिलक का यह नारा याद आता है कि ‘‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।’’ उन्होंने विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे मानते हैं कि ‘‘सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार करना उनका अधिकार है।’’

भाजपा नेता ने कहा कि इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि वे आम आदमी पार्टी के समर्थन में आगे हैं, जो (आप) उनमें से ज्यादातर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर राजनीति में आयी थी।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आप कहती थी कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों को इस्तीफा दे देना चाहिए और उसके नेता अब जेल जाने के बाद भी पद नहीं छोड़ते और खुद को ‘‘कट्टर ईमानदार’’ कहते हैं।

दिल्ली आबकारी नीति में अनियमितताओं को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने का जिक्र करते हुए विपक्षी नेताओं ने कहा कि आप के नेता के खिलाफ लगाए गए आरोप ‘‘पूरी तरह निराधार और एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा’’ हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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