अंबानी सुरक्षा सेंध मामला: ‘फर्जी मुठभेड़’ के पहलू की जांच कर रही एनआईए

मुंबई, जांचकर्ताओं को संदेह है कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने दो लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराने की योजना बनाई थी ताकि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक सामग्री रखी कार मिलने के मामले से उन्हें जोड़ा जा सके। सूत्रों ने बुधवार को यह बात कही।

उन्होंने कहा कि इस तरीके से ‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ वाजे मामले को सुलझाने का दावा करना चाहता था, लेकिन उसकी यह योजना धरी रह गई।

सूत्रों ने कहा कि मामले की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को ठाणे में वाजे के घर की तलाशी के दौरान एक व्यक्ति का पासपोर्ट बरामद हुआ था, जिसकी पहचान नहीं बताई गई है।

उन्होंने कहा कि पहले शुरुआत में मारूति ईको वाहन में ‘फर्जी मुठभेड़’ को अंजाम देने योजना बनाई गई, जो पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर से चोरी हो गई थी।

सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसी को संदेह है कि दो लोगों को मारकर वाजे विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले को सुलझाने का दावा करना और तारीफ पाना चाहता था, लेकिन यह योजना अंजाम तक नहीं पहुंच पाई।

एनआईए ने इससे पहले कहा था कि वाजे ‘कुछ बड़ा’ करने की योजना बना रहा था।

सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ‘फर्जी मुठभेड़’ थ्योरी की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के बाहर एक एसयूवी मिली थी, जिसमें विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी। उस एसयूवी के मालिक बताए गए कारोबारी मनसुख हिरन का पांच मार्च को ठाणे में एक नहर से शव मिलने के बाद मामले में नया मोड़ आ गया था।

इसके बाद 13 मार्च को एनआईए ने वाजे को गिरफ्तार कर लिया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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