अमेरिका और दक्षिण कोरिया अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का खर्च साझा करने संबंधी नए समझौते पर हुए सहमत

वाशिंगटन, अमेरिका और दक्षिण कोरिया अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी पर आने वाले खर्च को साझा करने संबंधी नए समझौते को लेकर सहमत हो गए हैं।

दक्षिण कोरिया में अमेरिकी बलों की मौजूदगी को उत्तर कोरिया के आक्रामक रवैये के खतरे से बचने के लिए अहम माना जाता है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के राजनीतिक-सैन्य मामलों के ब्यूरो ने कहा कि नए समझौते के तहत दक्षिण कोरिया के हिस्से में आने वाले खर्च में ‘‘वृद्धि’’ की गयी है। हालांकि इस बारे में ब्यूरो ने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।

ब्यूरो ने ट्वीट किया कि समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया और इससे ‘‘उत्तर पूर्व एशिया में शांति, सुरक्षा और खुशहाली के लिए महत्वपूर्ण’’ अमेरिकी-दक्षिण कोरियाई संधि गठबंधन की फिर से पुष्टि हुई है।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच बातचीत का सिलसिला टूट गया था, क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने दक्षिण कोरिया से मांग की थी कि वह पहले जितना खर्च वहन करता है, वह उससे पांच गुणा अधिक खर्च वहन करे।

दक्षिण कोरिया में अमेरिका के करीब 28,000 सैनिक मौजूद हैं।

‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने इस समझौते को लेकर सबसे पहले खबर दी थी। उसने बताया कि यह समझौता 2025 तक लागू रहेगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Flickr

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