उप्र की राज्यपाल ने कहा- शुद्ध पेयजल, सीवेज, सड़क, जल-निकासी आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार शाम वर्चुअल माध्यम से समस्त नगरीय स्थानीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदगणों से संवाद किया।

राज्यपाल ने कहा कि तीसरी लहर की सम्भावना के दृष्टिगत ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए।

राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम ने कहा कि समस्त नगरीय स्थानीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल, सीवेज, सड़क, जल-निकासी आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।

उन्होने कहा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के मद्देनजर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए। बरसात के मौसम में जल-भराव की समस्या होती है, इसलिए सीवेज व्यवस्था को वैज्ञानिक आधार पर क्रियान्वित किया जाए।

राज्यपाल ने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र: (पीएचसी), आंगनबाड़ी और प्राथमिक विद्यालयों में नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा तीसरी लहर के बारे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह बच्चों को प्रभावित करेगी। इसलिए जरूरी है कि महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदगण माताओं का सम्मेलन करें और माताओं को इस सम्बन्ध में जागरूक करें।

पटेल ने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की सहायता हेतु राज्य सरकार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ संचालित की जा रही है। महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदगण इन बच्चों से नियमित रूप से मिलें, जिससे उन्हें अपनेपन का एहसास हो।

एक सरकारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधि को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में जिस प्रतिबद्धता के साथ आप सभी ने कोरोना के खिलाफ देश एवं प्रदेश की लड़ाई को मजबूती से लड़ने में अपना योगदान दिया है, वह अत्यन्त सराहनीय है। 17 नगर निगम, 700 से अधिक अन्य नगरीय निकाय और 12,000 से अधिक पार्षदों को आज राज्यपाल का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज कोविड पाॅजिटिव के मात्र 1,268 केस आए हैं। वर्तमान में कोविड के सक्रिय संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 25,546 है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामूहिक प्रयासों का यह परिणाम रहा है कि इस महामारी की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में सफलता मिल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है और अब बरसात का मौसम भी आ रहा है। ऐसे में हमें कोविड के साथ-साथ विषाणु-जनित, जल-जनित बीमारियों के संक्रमण को भी रोकने के लिए अभी से प्रयास करने होंगे।

उन्होंने कहा कि संक्रामक बीमारियों को रोकने में स्वच्छता का विशेष महत्व है। प्रत्येक नगर निकाय में स्वच्छता व के साथ-साथ सप्ताह में कम से कम दो से तीन दिन फॉगिंग का कार्य भी किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नगरीय निकाय प्रतिदिन साफ-सफाई के साथ कूड़े का उचित निस्तारण भी सुनिश्चित कराएं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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