ओडिशा में कोयला संकट दूर करने के लिए उद्योग संगठन ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की

भुवनेश्वर, कोयले के गंभीर संकट से जूझ रहे राज्य के निजी खपत के लिए बिजली उत्पादन करने वाले उत्पादकों की समस्या को दूर करने के लिए एक उद्योग संगठन ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।

‘उत्कल चैंबर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री लिमिटेड (यूसीसीआई)’ ने कहा कि अगस्त से कोयले की आपूर्ति में कमी बनी हुई है जो स्थानीय उद्योगों के अस्तित्व के लिए जोखिमपूर्ण है और जिससे लाखों लोगों की नौकरी जाने का खतरा पैदा हो जाएगा।

यूसीसीआई के अध्यक्ष ब्रह्म मिश्रा ने कहा, ‘‘निजी खपत के लिए बिजली उत्पादन करने वाले संयंत्रों पर निर्भर उद्योगों के पास केवल दो या तीन दिन का कोयला भंडार बचा है।’’

मिश्रा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा 65 प्रतिशत से अधिक कोयले की आपूर्ति अन्य राज्यों में बिजली संयंत्रों को की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय उद्योगों को कोयले की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि इससे 10 लाख लोगों की नौकरी जा सकती है और 15,000 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा हो सकता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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