कांग्रेस ने अंसारी और सोनिया के खिलाफ भाजपा के ‘‘आक्षेप और कटाक्ष’’ की निंदा की

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के खिलाफ भाजपा द्वारा लगाए गए कथित ‘‘आक्षेपों और कटाक्षों’’ की बुधवार को कड़ी निंदा की। पार्टी ने कहा कि यह बहुत ही खराब तरह का चरित्र हनन है।

विपक्षी पार्टी भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया के बयान पर प्रतिक्रिया दे रही थी। भाटिया ने कहा था कि अंसारी और कांग्रेस को पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के दावों पर जवाब देना चाहिए।

मिर्जा ने दावा किया था कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दौरान वह भारत आए थे और यहां से सूचना एकत्रित कर अपने देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी थी।

वर्ष 2007 से 2017 तक भारत के उप राष्ट्रपति रहे अंसारी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह ‘‘झूठ का पुलिंदा’’ है जिसे मीडिया के एक वर्ग और भाजपा प्रवक्ता द्वारा उनके विरूद्ध फैलाया जा रहा है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश ने यहां जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री और उनके पार्टी सहयोगियों ने जिस स्तर पर उतर कर ‘‘ सार्वजनिक विमर्श को कमजोर किया है, वह आश्चर्यजनक है।’’

उन्होंने कहा ‘‘भाजपा द्वारा सोनिया गांधी और हामिद अंसारी पर आक्षेप और कटाक्ष, चरित्र हनन का बहुत ही खराब स्वरूप है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।’’

भाजपा प्रवक्ता भाटिया ने मिर्जा की कथित टिप्पणी के हवाले से कहा कि वह अंसारी के न्योते पर भारत आए थे।

सोशल मीडिया पर मिर्जा के साक्षात्कार का वीडियो प्रसारित हो रहा है, जिसमें वह इंगित कर रहे हैं कि उन्होंने भारत में आतंकवाद पर आयोजित संगोष्ठी में हिस्सा लिया था और उसमें अंसारी भी वक्ता थे।

कांग्रेस ने कहा कि तथ्य यह है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और मानवाधिकार पर न्यायविदों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 11 दिसंबर 2010 को नयी दिल्ली में हुआ था, जिसकी जानकारी पहले ही सार्वजनिक मंच पर है और भाजपा केवल झूठ फैला रही है।

गौरतलब है कि संवाददाता सम्मेलन में भाटिया ने कहा, ‘‘भारत की जनता आपको इतना सम्मान दे रही है और आप देश से विश्वासघात कर रहे हैं। क्या यह देशद्रोह नहीं है? सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हामिद अंसारी को इस पर सफाई देनी चाहिए।’’

भाटिया ने संवाददाताओं से कहा कि अगर तत्कालीन उप राष्ट्रपति के साथ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी, सत्तारूढ़ दल द्वारा उठाए गए सवालों पर चुप रहते हैं, तो यह ‘‘इन पापों’’ को स्वीकार करने के समान होगा।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

%d bloggers like this: