कोविड-19, यूक्रेन में युद्ध के कारण जीवन की रक्षा के वैश्विक लक्ष्य प्रभावित : गोलकीपर्स रिपोर्ट

नयी दिल्ली, ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ की ‘गोलकीपर्स रिपोर्ट’ में कोविड-19 वैश्विक महामारी, यूक्रेन में युद्ध और जलवायु एवं खाद्य संकटों के प्रभाव को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों का लगभग हर संकेतक पटरी से उतर गया है।

वैश्विक संकटों के कारण बड़े झटके लगने बावजूद छठी वार्षिक ‘गोलकीपर्स’ रिपोर्ट में गरीबी को समाप्त करने, असमानता से लड़ने और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने की दिशा में आगे बढ़ने के अवसरों को रेखांकित किया गया है और आशावान दृष्टिकोण दर्शाया गया है।

फाउंडेशन के सह-अध्यक्षों मेलिंडा फ्रेंच गेट्स और बिल गेट्स की इस वर्ष की रिपोर्ट ‘द फ्यूचर ऑफ प्रोग्रेस’ (विकास का भविष्य) में 2030 तक लाखों लोगों के जीवन में सुधार करने और उनका जीवन बचाने की वैश्विक महत्वाकांक्षाओं पर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी, यूक्रेन एवं यमन में युद्ध और मौजूदा जलवायु एवं खाद्य संकट के प्रतिकूल प्रभावों का जिक्र किया गया है।

बिल गेट्स ने कहा, ‘‘इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है कि कई संकटों के बीच प्रगति बाधित हुई है।’’

रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘लेकिन इस कारण से हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। लोगों के जीवन को बचाने और पीड़ा को कम करने के लिए हरेक कदम मायने रखता है।’’

फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि 2030 तक हासिल किए जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों का लगभग हर संकेतक बीच मार्ग में पटरी से उतर गया है।

बिल गेट्स और मेलिंडा फ्रेंच गेट्स ने अपने-अपने लेखों में लैंगिक समानता और खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने के लिए नए दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया है। उन्होंने यह समझाने के लिए एचआईवी / एड्स से निपटने में उल्लेखनीय प्रगति का भी हवाला दिया कि जब दुनिया पुरानी समस्याओं के दीर्घकालिक समाधानों और नवोन्मेषी दृष्टिकोणों में निवेश करती है तो क्या नतीजे निकल सकते हैं। एचआईवी/एड्स के कारण होने वाली मौत के वार्षिक मामलों में 2000 और 2020 के बीच लगभग 60 प्रतिशत की गिरावट आई है।

फ्रेंच गेट्स ने कहा, ‘‘दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है-जिनमें से कुछ से पार पाना मुश्किल लग सकता है। मुझे उम्मीद है कि असफलताओं के बावजूद हम इन समस्याओं को मिलकर हल कर सकते हैं और मानवीय कौशल एवं नवाचार के माध्यम से लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि प्रगति संभव है क्योंकि वैश्विक समुदाय ने पहले भी कठिन बाधाओं का सामना किया है और उन पर विजय पाई है तथा हम यह फिर से कर सकते हैं।’’

फ्रेंच गेट्स ने अपने लेख में आंकड़ों के हवाले से कहा कि दुनिया पूर्व में जताए गए अनुमान के तीन पीढ़ियों बाद यानी कम से कम 2108 तक लैंगिक समानता तक नहीं पहुंच पाएगी। उन्होंने ऐसे दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया, जो केवल किसी महिला की आजीविका कमाने की क्षमता को भुनाने के बजाय यह भी सुनिश्चित करे कि इस आजीविका पर उनका नियंत्रण हो।

बिल गेट्स ने कहा कि केवल मानवीय सहायता के माध्यम से भुखमरी को दूर नहीं किया जा सकता। उन्होंने विशेष रूप से अफ्रीका में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए अनुसंधान एवं विकास और अन्य समाधानों में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया। दुनिया के 14 अफ्रीकी देश अपने आधे गेहूं के लिए रूस और यूक्रेन पर निर्भर हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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