चीन एक तरफा प्रतिबंध और ताइवान पर दोहरे मापदंडों का विरोध करता है: वांग ने जयशंकर से कहा

बीजिंग, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ बाली में बृहस्पतिवार को मुलाकात के दौरान कहा कि चीन यूक्रेन संकट के बहाने से अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा उनके देश एवं रूस पर एक तरफा प्रतिबंध लगाने और ताइवान के मुद्दे पर ‘दोहरे मापदंड’ अपनाने का विरोध करता है।

चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, इंडोनेशिया के बाली में जी20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर जयशंकर के साथ करीब एक घंटे तक चली मुलाकात के दौरान वांग ने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पर चीन की चिंता सामने रखी।

उन्होंने कहा कि चीन उन दोहरे मापदंडों का विरोध करता है जो उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करते हैं।

ज़ाहिर तौर पर अमेरिका, यूरोपीय संघ और पश्चिमी देशों के संदर्भ में वांग ने कहा कि कुछ देश यूक्रेन मुद्दे पर संप्रभुता के सिद्धांत पर ज़ोर देते हैं, लेकिन ताइवान के मुद्दे पर चीन की संप्रभुता और एक-चीन सिद्धांत को चुनौती देते रहते हैं और यहां तक कि जानबूझकर ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव पैदा करते हैं, जो “स्पष्ट रूप से दोहरा मापदंड” है।

चीन स्वशासित ताइवान को मुख्य भूमि का हिस्सा बताता है और उसका उसे अपने में मिलाने का सकंल्प है।

सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक, वांग ने कहा कि चीन यूक्रेन संकट को ताइवान के साथ तुलना की किसी भी कोशिश को खारिज करता है और चीन अपने मूल हितों का दृढता से बचाव करेगा।

नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में यूक्रेन का कोई ज़िक्र नहीं है। बयान में सिर्फ इतना कहा गया है कि दोनों मंत्रियों ने “अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया है।”

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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