चीन के नये रॉकेट ने अपनी पहली उड़ान में पांच उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया

बीजिंग, चीन के नये मध्यम भारवाहक रॉकेट लांग मार्च-8 ने मंगलवार को पहली उड़ान भरी और उसने पांच उपग्रहों को उसकी नियोजित कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचाया। देश की अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी।

इस रॉकेट को हेनान के वेनचांग अंतरिक्षयान प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित किया गया।

सरकारी मीडिया ने खबर दी कि पांच प्रायोगिक उपग्रह माइक्रोवेव इमेजिंग और अन्य प्रौद्योगिकियों का कक्षा में सत्यापन करेंगे। वे अंतरिक्ष विज्ञान, दूर संवेदी और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रयोग करेंगे।

चाइना नेशनल स्पेश एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि लांग मार्च-8 नामक इस रॉकेट की लंबाई 50.3 मीटर है और उसका वजन 356 टन है । यह रॉकेट कम से कम 4.5 टन वजन को 700 किलोमीटर की ऊंचाई पर सूर्य समस्थैतिक कक्षा में पहुंचा सकता है।

उसने कहा कि इस रॉकेट ने सूर्य समस्थैतिक कक्षा में चीन की प्रक्षेपण की क्षमता तीन टन से बढ़ाकर साढे चार टन कर दी है और उसका प्रक्षपेण यानों के उन्नयन में वृद्धि की दृष्टि से बड़ा महत्व है।

सत्तरह दिसंबर को चीन के चेंज-5, ने 40 साल में पहली बार चंद्रमा का पहला नमूना लाने का मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया।

अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ी शक्ति चीन ने इस साल 23 जुलाई को अपना मंगल मिशन ‘तियानवेन-प्रथम’ प्रक्षेपित किया था। यह यान मंगल पर जाने की राह में हैं। उसमें ओेर्बिटर , लैंडर और रोवर लगे हैं।

सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि चाइना एकेडमी ऑफ लांच व्हिकल टेक्नोलोजी द्वारा विकसित नया रॉकेट चीन की प्रक्षेपण यान विविधता को समृद्ध करेगा और देश की अंतरिक्ष गतिविधियों का विस्तार करने में मदद करेगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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