जयशंकर ने अपने मलेशियाई समकक्ष के साथ बातचीत की

नयी दिल्ली, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने मलेशियाई समकक्ष सैफुद्दीन अब्दुल्ला के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बातचीत की।

अब्दुल्ला फिलहाल भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को भारत और आसियान सदस्य देशों की विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में भाग लिया।

जयशंकर ने बातचीत से पहले एक ट्वीट में कहा, “मलेशिया के विदेश मंत्री सैफुद्दीन अब्दुल्ला का आज की बैठक में स्वागत है। हमारी बातचीत हमारी विस्तारित रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाएगी।”

वहीं, मलेशियाई विदेश मंत्री ने दोनों देशों के बीच सभ्यतागत संबंधों के बारे में बात की।

अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा, “मलेशिया और भारत सभ्यतागत संबंध साझा करते हैं, जिसे शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के दृष्टिकोण से मजबूत किया जा सकता है। हम मलेशिया की सांस्कृतिक कूटनीति पहल के अनुरूप ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान के लिए एक कार्यक्रम के माध्यम से मिलकर काम करेंगे।”

अब्दुल्ला की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है जब कुछ दिन पहले मलेशिया ने अरब दुनिया के कई अन्य देशों के साथ मिलकर भाजपा के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर कथित विवादास्पद टिप्पणी की निंदा की थी।

अलग से, जयशंकर ने अपने इंडोनेशियाई समकक्ष रेटनो मार्सुडी के साथ रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और कनेक्टिविटी सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान देने के साथ “सार्थक” बातचीत की।

विदेश मंत्री ने म्यांमा मामलों के थाई विदेश मंत्री के विशेष प्रतिनिधि पोर्नपिमोल कंचनलक से भी मुलाकात की।

जयशंकर ने ट्वीट किया, “म्यांमा मामलों के थाईलैंड के विदेश मंत्री के विशेष प्रतिनिधि पोर्नपिमोल कंचनलक की अगवानी करके खुशी हुई। म्यांमा के बारे में हमारी चिंताओं और आकलन पर दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया।”

भारत ने 10 देशों के दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के साथ अपने संबंधों की 30वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए आसियान विदेश मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की।

इसमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया और वियतनाम के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया, जबकि लाओ पीडीआर, फिलीपीन और थाईलैंड ने अपने विदेश मंत्रियों के प्रतिनिधियों को भेजा।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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