जलवायु परिवर्तन: जलवायु से कार्बन हटाने के लिए छह प्राथमिकताओं पर देना होगा ध्यान

लंदन, (द कन्वरसेशन) शून्य ऑक्सीजन उत्सर्जन का लक्ष्य 2050 तक हासिल करने के लिए वैश्विक स्तर पर उत्सर्जन में अत्यंत तेजी से कटौती करने की आवश्यकता है, लेकिन ऐसा करने के बावजूद विमानन, कृषि एवं सीमेंट उत्पादन के कारण होने वाले प्रदूषण के स्रोतों का स्वच्छ विकल्प खोजना और उनका इस्तेमाल करना आसान नहीं होगा।

इसका अर्थ है कि दुनिया को जलवायु को स्थिर करने के लिए वातावरण से कार्बनडाईऑक्साइड (सीओ2) हटाने के तरीके खोजने और इस दिशा में कोशिशों को तेज करने की आवश्यकता है। केवल ब्रिटेन के शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक साल में 10 करोड़ टन सीओ2 कम करनी होगी।

ब्रिटेन सरकार ने कार्बन को निकालने के लिए अनुसंधान एवं विकास के मकसद से तीन करोड़ 15 लाख पाउंड (चार करोड़ 47 लाख डॉलर) मुहैया कराने की घोषणा की है, जो स्वागत योग्य है। नई तकनीक के परीक्षण से मदद मिलेगी, लेकिन यदि हरित (ग्रीनहाउस) गैस उत्सर्जन कम करना है, तो कई सामाजिक समस्याओं से निपटना होगा।

यदि उचित कदम उठाए जाएं, तो उत्सर्जन में कटौती के लिए कार्बन को वायुमंडल से निकालना सबसे संगत हो सकता है, जिससे जलवायु में फिर से संतुलन स्थापित हो सकेगा और यदि उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह खतरनाक तरीके से ध्यान भटकाने वाला साबित हो सकता है।

उचित तरीके से उत्सर्जन कम करना

वातावरण से हरित गैसों को कई तरीकों से हटाया जा सकता है। सीओ2 को पौधे कम कर सकते है या मिट्टी, खनिक अथवा रसायन इसे अवशोषित कर सकते है और इसे जीवमंडल, महासागर, भूमि के नीचे संग्रहित किया जा सकता है।

भंडारण के ये माध्यम आकार और स्थिरता की दृष्टि से विभिन्न हो सकते हैं और इनके कार्बन भंडारण की लागत और तत्परता भी अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के लिये, पेड़ कार्बन को अवशोषित करने का ऐसा तरीका हैं, जिसे अभी से इस्तेमाल किया जा सकता है और इसके कई अतिरिक्त लाभ हैं, लेकिन वे जो कार्बन अवशोषित करते हैं, वह आग लगने, कीटों या पेड़ों की कटाई से वायुमंडल में फिर से आ सकती है। यदि सीओ2 को भूमि के नीचे एकत्र किया जाता है, तो यह अधिक स्थिर माध्यम होगा और 100 गुणा अधिक मात्रा का भंडारण कर सकेगा, लेकिन हवा से सीओ2 को भूमि के नीचे एकत्र करने के तरीके महंगे हैं। हालांकि इस दिशा में कई नवोन्मेष और ‘स्टार्ट-अप’ सामने आ रहे हैं।

कुछ विशेषज्ञों को चिंता है कि कार्बन को कम करना एक मृगतृष्णा साबित हो सकती है, जो उत्सर्जन को कम करने के महत्वपूर्ण कार्य से विचलित कर सकती है, तो हम कार्बन को उचित तरीके से कैसे हटा सकते है? राष्ट्रीय स्तर पर हरित गैस हटाने संबंधी केंद्र का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों के तौर पर हमने छह प्राथमिकताओं की रूपरेखा तैयार की है।

1. स्पष्ट दृष्टिकोण

ब्रिटेन सरकार को अभी यह फैसला करना है कि वह वायुमंडल से कितनी सीओ2 हटाना चाहती है, वह किस तरीके को प्राथमिकता देती है और क्या 2050 अंतिम पड़ाव है या आगे और सीओ2 हटाने के लिए महत्वपूर्ण पड़ाव हैं। यदि इसे लेकर कोई स्पष्ट दृष्टिकोण होगा, तो लोगों को सीओ2 को हटाने में निवेश करने के लाभ का पता चल सकेगा। इसके साथ भी यह भी पता चलेगा कि उत्सर्जन के किन स्रोतों को पूरी तरह रोका जाना चाहिए।

2. जन समर्थन

बड़े स्तर पर कार्बन हटाने का समुदायों और पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव होगा। पूरा परिदृश्य और आजीविका का तरीका बदल जाएगा। सरकार का हर साल ब्रिस्टल के दोगुने इलाके के बराबर स्थान को ढकने के लिए पर्याप्त पेड़ लगाने का लक्ष्य है।

इस प्रकार के कार्यों के लिए विचार-विमर्श आवश्यक है। जन सभाओं समेत लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से ऐसे समाधान खोजे जा सकते हैं, जो विभिन्न समुदायों को आकर्षित करें और उनकी स्वीकार्यता बढ़ाएं।

3. नवोन्मेष

सीओ2 को स्थायी रूप से हटाने के जिन तरीकों पर काम किया जा रहा है, वे अभी शुरुआती चरण में हैं और इनके जरिए प्रति टन सीओ2 को हटाने के लिए सैकड़ों पाउंड की आवश्यकता है। ये ऊर्जा बचाने वाली प्रकाश व्यवस्था, सौर एवं पवन ऊर्जा या इलेक्ट्रिक कारों आदि जैसे उन अधिकतर तरीकों से महंगे हैं, जो कार्बन का उत्सर्जन कम करते हैं।

4. प्रोत्साहन

हवा से सीओ2 को हटाने से कारोबारों को कैसे लाभ होगा? कार्बन को हटाने और उसके भंडारण के लिए पेड़ों के अलावा सरकार समर्थित कोई दीर्घकालिक पहल नहीं है।

ब्रिटेन सरकार अन्य देशों के प्रयासों से सीख सकती है। ‘45क्यू कर छूट एवं कैलिफोर्निया लो-कार्बन फ्यूल स्टैंडर्ड’ और ‘ऑस्ट्रेलियन कार्बन फार्मिंग इनिशिएटिव’ पहलें कारोबारों को सीओ2 को संग्रहित करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

5. निगरानी करना, दर्ज करना और सत्यापित करना

यह सुनिश्चित करना भी अहम है कि कार्बन को हटाने संबंधी कदमों से जुड़े दस्तावेज तैयार किए जाएं और सटीक जानकारी दर्ज की जाए। अन्यथा, नागरिकों के मन में यह सवाल उठना जायज है कि क्या कोई कदम वास्वत में उठाया जा भी रहा है या सरकारें यूं ही लोगों का पैसा कंपनियों को दे रही हैं।

मिट्टी में कार्बन संग्रहण की निगरानी करना, इस संबंधी जानकारी दर्ज करना और इसे सत्यापित करना एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए नमूनों एकत्र करने, उपग्रहों और मॉडलों की एक जटिल प्रणाली की आवश्यकता होगी।

6. निर्णय लेना

सीओ2 को हटाने संबंधी काफी जानकारी अकादमिक साहित्य में उपलब्ध है और यह वैश्विक स्तर के परिदृश्यों पर केंद्रित है, लेकिन यदि इसे जमीनी स्तर पर लागू करना है तो इसके लिए स्थानीय किसानों से लेकर अंतरराष्ट्रीय वित्त पोषकों तक सभी के सहयोग की आवश्यकता होगी। सभी को ऐसे उपकरणों की आवश्यकता होगी, जो बेहतर फैसले करने में उनकी मदद कर सकें।

दुर्भाग्य से, अब इतनी अधिक देर हो चुकी है कि हम अनुचित तरीके से कदम उठाने का जोखिम नहीं उठा सकते, लेकिन हम आशावान हैं कि इस संबंध में उचित कदम उठाए जाएंगे।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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