टीके की बूस्टर खुराक ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ प्रभावी सुरक्षा दे सकती है: अध्ययन

बर्लिन, कोविड-रोधी टीके की तीन खुराक ले चुके लोगों में उच्च-गुणवत्ता वाली एंटीबॉडी विकसित होती है जोकि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खिलाफ प्रभावी सुरक्षा प्रदान कर सकती है। एक अध्ययन में यह बात कही गई है।

अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, तीन बार वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों और संक्रमणमुक्त होने के बाद टीके की दो खुराक लेने वालों पर भी यह बात लागू होती है।

‘नेचर मेडिसिन’ में हाल में प्रकाशित इस अध्ययन के दौरान टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों और संक्रमण की चपेट में आने के बाद स्वस्थ हुए मरीजों में विकसित एंटीबॉडी की निगरानी की गई।

जर्मनी में म्यूनिख तकनीकी विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि तीन बार संक्रमण की चपेट में आने वाले लोगों में वायरस से लड़ने वाली उच्च स्तरीय और उच्च गुणवत्ता वाली एंटीबॉडी विकसित हुई।

अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि टीके की बूस्टर खुराक लेने वाले लोगों में भी इसी तरह उच्च स्तरीय और उच्च गुणवत्ता वाली एंटीबॉडी विकसित हुई जोकि वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ भी प्रभावी सुरक्षा देने में सक्षम रही।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : https://www.flickr.com/photos/30478819@N08/51674743852

%d bloggers like this: