ताइवान के दक्षिण में चीनी लड़ाकू विमानों की उड़ान पर अमेरिका ने चिंता जताई

ताइपे, चीन की सेना ने ताइवान के दक्षिणी जल क्षेत्र के ऊपर से रविवार को 16 लड़ाकू विमान उड़ाए। अमेरिका ने घटना पर चिंता जताते हुए स्वशासित द्वीप के नजदीक इसे ‘‘भड़काने वाली सैन्य गतिविधि’ करार दिया है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता है।

चीन ने शुक्रवार को 38 और शनिवार को 39 लड़ाकू विमानों को ताइवान की ओर भेजा था जो पिछले साल सितंबर से चीन के लड़ाकू विमानों के उड़ान की जानकारी साझा करने की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन था। चीन के विमान शनिवार की रात के बाद रविवार को दिन में भी ताइवान की ओर आए और अब तक स्पष्ट नहीं हैं कि चीन की रात को और लड़ाकू विमान भेजने की भी योजना है या नहीं।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस द्वारा जारी बयान में ताइवान के नजदीक चीन की सैन्य गतिविधि को लेकर चेतावनी देते हुए कहा गया कि वह गलत आकलन कर रहा है और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता को कमतर कर रहा है।

बयान में कहा गया, ‘‘हम बीजिंग से अपील करते हैं कि वह ताइवान पर सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव और दंडात्मक कार्रवाई रोके।’’

बयान में कहा गया कि अमेरिका ताइवान का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता है और वहां की सरकार की पर्याप्त आत्मरक्षा क्षमता के लिए मदद करना जारी रखेगा।

गृह युद्ध के बाद 1949 में ताइवान और चीन अलग हो गए थे, ‘कम्युनिस्ट’ समर्थकों ने चीन पर कब्जा कर लिया था और उसके प्रतिद्वंद्वी ‘नेशनलिस्ट’ समर्थकों ने ताइवान में सरकार बनाई थी। ताइवान चीन के पूर्वी तट से 160 किलोमीटर दूर है और उसकी आबादी 2.40 करोड़ है।

चीन पिछले एक साल से अधिक समय से ताइवान के दक्षिण में लगातार सैन्य विमान भेज रहा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रविवार को चीन के 12 लड़ाकू विमान और चार अन्य सैन्य विमान उसके वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में दाखिल हुए।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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