तेलंगाना की शहरी आबादी वर्ष 2025 तक कुल आबादी का 50 फीसदी हो सकती है: नीति आयोग

हैदराबाद, तेलंगाना की शहरी आबादी के वर्ष 2025 तक 46.8 फीसदी के मौजूदा स्तर से बढ़कर राज्य की कुल आबादी का 50 फीसदी हो जाने की संभावना है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में नीति आयोग के हवाले से यह बात कही गई है।

राज्य की कुल आबादी में नगरीय आबादी के प्रतिशत के लिहाज से तमिलनाडु और केरल के बाद तेलंगाना तीसरे स्थान पर है।

रविवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि शहरों और कस्बों को विकास का इंजन मानने वाले नीति आयोग ने हाल ही में कहा था कि शहरी स्थान लोगों को आजीविका प्रदान करने में अग्रणी हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया कि वर्ष 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद शहरी स्थानीय निकायों की संख्या बढ़कर 142 हो गई और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों के साथ शहरी बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है।

यह भी कहा गया कि वर्तमान शहरी स्थानीय निकाय राज्य के कुल भूमि के तीन प्रतिशत से भी कम क्षेत्रफल में हैं, लेकिन वे राज्य के कुल सकल घरेलू उत्पाद का लगभग दो तिहाई योगदान करते हैं।

क्रय शक्ति, सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और गुजर-बसर पर खर्च से संबंधित सूचकांक के लिहाज से हैदराबाद सूची में शीर्ष पर है। हैदरबाद ​​आर्थिक प्रतिस्पर्धा के लिहाज से वैश्विक स्तर पर शीर्ष 30 शहरों में शामिल है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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