थाईलैंड के प्रधानमंत्री ओचा ने संसद में विश्वास मत हासिल किया

बैंकॉक, चार सितंबर (एपी) थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओचा ने शनिवार को संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया जिससे उनकी सरकार पर मंडरा रहा संकट दूर हो गया है। दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निबटने को लेकर सरकार की विफलता के कारण उसकी जमकर आलोचना हो रही है।

ओचा से पद छोड़ने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता ओचा की नीतियों का विरोध कर रहे हैं और बीते एक साल से उनका इस्तीफा मांग रहे हैं और बीते कुछ हफ्तों से उन्होंने विरोध तेज कर दिया है।

वायरस को फैलने से रोकने के लिए जन सभाओं पर लगी पाबंदियों को धता बताते हुए बड़ी-बड़ी रैलियों का आयोजन किया गया और आयोजकों का कहना है कि जब तक ओचा पद नहीं छोड़ देते तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

प्रतिनिधि सभा सत्तारूढ़ गठबंधन के 271 सदस्य हैं। ओचा के पक्ष में 264 मत और विरोध में 208 मत पड़े। हालांकि, इससे पहले ऐसी अफवाहों ने जोर पकड़ लिया था कि ओचा के राजनीतिक सहयोगी उन्हें अपदस्थ करने के प्रयास कर सकते हैं।

थाईलैंड के मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि सेना द्वारा समर्थित सत्तारूढ़ दल पलांग पारचारथ दल के महासचिव ओचा को अपदस्थ करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं और मुख्य विपक्षी दल फ्यूऊ थाई को गठबंधन में शामिल करने की कोशिश भी कर रहे हैं। 2019 के आम चुनाव के बाद से ओचा और उनकी सरकार पहले भी दो बार अविश्वास संबंधी बहसों का सामना कर चुके हैं और उनसे उबर चुके हैं।

ओचा ने 2014 में सेना के कमांडर रहते हुए चुनी हुई सरकार का तख्तापलट किया था। तब जुंटा प्रमुख और सैन्य शासन में प्रधानमंत्री रहते हुए उनके समक्ष ऐसी कोई चुनौती नहीं आई थी।

उप प्रधानमंत्री और लोक स्वास्थ्य मंत्री अनुतिन चर्नविराकुल, परिवहन मंत्री सक्सायम चिदचोब, श्रम मंत्री सुचात चोमक्लिन एवं अन्य ने भी विश्वास मत हासिल किया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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