दक्षेस बंदी आदान-प्रदान समझौते के तहत भारतीय बंदियों को छोड़ेगा श्रीलंका

कोलंबो, दक्षेस बंदी आदान-प्रदान समझौते के तहत श्रीलंका उम्रकैद की सजा काट रहे दो भारतीय कैदियों को बुधवार और बृहस्पतिवार को उनके देश वापस भेजेगा।

जेल विभाग के प्रवक्ता चंदाना एकनायके ने ‘पीटीआई’ को बताया कि विधि मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने कारागार विभाग के महाआयुक्त को दो भारतीय नागरिकों को रिहा करने को कहा है।

दोनों भारतीय बंदियों की निजता की रक्षा करने के लिहाज से उनके नामों का खुलासा नहीं करते हुए एकनायके ने बताया, ‘‘आज और कल (बुधवार और बृहस्पतिवार) उन्हें कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय पुलिस अधिकारियों को सौंपा जाएगा।’’

उन्होंने बताया कि कैदियों में से एक को जहर, अफीम और खतरनाक मादक पदार्थ (संशोधन) कानून के तहत मादक पदार्थों के आयात और उसे रखने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनायी गई थी और वह 12 साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है।

दूसरा कैदी खतरनाक मादक पदार्थ कानून के तहत पिछले छह साल से जेल में बंद है।

भारत-श्रीलंका के बीच सजायाफ्ता कैदियों के स्थानांतरण संबंधी द्विपक्षीय समझौता जून, 2010 में हुआ था। इसके बाद दोनों देशों के बीच कैदियों के आदान-प्रदान का रास्ता साफ हो गया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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