दिल्ली नगर निगम के अतिक्रमण रोधी अभियान के खिलाफ प्रदर्शन, आप विधायक अमानतुल्ला गिरफ्तार

नयी दिल्ली, दिल्ली के नगर निकायों ने बृहस्पतिवार को विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। वहीं, इसके खिलाफ मदनपुर खादर इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ एवं पत्थरबाजी हुई। इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने दावा किया कि वैध ढांचे भी ध्वस्त किए जा रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में स्थानीय लोगों ने बुलडोजर को रोकने की कोशिश की और सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, हालांकि उन्हें मौके से तितर-बितर कर दिया गया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मदनपुर खादर में हुए प्रदर्शन में शामिल आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान को दंगे और लोकसेवकों के कर्तव्य पालन में बाधा पहुंचाने के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।

खान ने भी ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली पुलिस ने मुझे गिरफ़्तार कर लिया है। मुझे कैद कर सकते हैं, मेरे हौसलों को नहीं।’’

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने मदनपुर खादर और धीरसेन मार्ग से अवैध और अस्थायी ढांचों को हटाया जबकि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने रोहिणी और करोल बाग इलाके में कार्रवाई की।

दिल्ली के तीनों नगर निगमों- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम- में भाजपा का शासन है।

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के अधिकारियों और पुलिस की सुरक्षा में बुलडोजर से मदनपुर खादर के कंचन कुंज में कथित अवैध ढांचों को ध्वस्त किया गया जिसका विरोध करने के लिए महिलाओं सहित स्थानीय लोग सड़कों पर आ गए और कुछ लोग इमारतों की छत पर चढ़ गए।

एसडीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान के दौरान गैरकानूनी तरीके से बनी चार इमारतों और अन्य अस्थायी ढांचों को ढहा दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि दो इमारतों को पूरी तरह जबकि दो को आंशिक तौर पर ढहाया गया है।

आप विधायक अमानतुल्ला खान ने मदनपुर खादर के कंचन कुंज में अपने समर्थकों और स्थानीय लोगों के साथ इस अभियान का विरोध किया। कुछ लोगों ने वहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध में नारे लगाए।

पुलिस के मुताबिक, लोगों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया लेकिन उन्हें तितर-बितर कर दिया गया। दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि कंचन कुंज इलाके में दो से तीन अवैध इमारतों और अन्य अस्थायी ढांचों को ध्वस्त किया गया है।

इससे पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था, ‘‘हमने आप विधायक अमानतुल्ला खान और अन्य को अभियान का विरोध करने पर हिरासत में लिया है। हमने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है ताकि सुनिश्चित कर सकें कि कोई अवांछित घटना नहीं हो।’’

बाद में पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिमी) ईशा पांडेय ने कहा, ‘‘भारतीय दंड संहिता की प्रांसगिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अमानतुल्ला खान और उनके पांच समर्थकों को दंगे करने और लोकसेवकों को उनके कर्तव्य पालन से रोकने के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है।’’

प्रदर्शन के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को हेलमेट पहने और हाथों में लाठियां लिए हुए देखा गया।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निकाय के अधिकारियों ने निर्माण की अनुमति देने के लिए ‘‘रुपये लिए थे।’’ उन्होंने इस कार्रवाई को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’बताया।

क्षेत्र के रहने वाले 32 वर्षीय नौशाद ने कहा कि कार्रवाई पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुई और ध्वस्त किए गए ढांचों में उनके भाई की इमारत भी शामिल है।

उन्होंने दावा किया, ‘‘ पुलिस के साथ-साथ नगर निकाय ने रुपये लेकर 20 दिन पहले ही निर्माण को मंजूरी दी थी। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने निर्माण को गिरा दिया। मेरे भाई के पास जमीन के कागज हैं जो उसने किसान से खरीदी है। नगर निकाय ने मेरे भाई से तीन लाख रुपये लिए थे। अब वे हमसे बात करने को भी तैयार नहीं हैं।’’

वहीं, एक अन्य निवासी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कार्रवाई ‘‘राजनीति से प्रेरित’’है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई अतिक्रमण नहीं है। अगर कोई ढांचा अवैध तरीके से बना है तो एसडीएमसी कहां था जब ऐसी इमारतों का निर्माण किया जा रहा था?’’

इससे पहले खान ने कहा कि यह अभियान गरीबों के खिलाफ है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से अपने समर्थकों से विरोध के लिए कंचन कुंज पहुंचने की अपील की।

खान ने कहा, ‘‘ग़रीबों के मकान पर बुलडोज़र नहीं चलने दूंगा। मेरी गिरफ्तारी से गरीबों के मकान बचते हों तो गिरफ्तार करें। हम अतिक्रमण के खिलाफ हैं… यहां कोई अतिक्रमण नहीं है।’’

एसडीएमसी मध्य जोन के अध्यक्ष राजपाल सिंह ने खान के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह अभियान ‘‘माफिया’’ के खिलाफ है जिन्होंने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया है।

राजपाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘पर्याप्त पुलिस बल और बुलडोजर, ट्रक आदि के साथ हमारे दल ने मदनपुर खादर में अवैध रूप से बनी गुमटियों, अस्थायी ढांचों को हटाना शुरू कर दिया है। अतिक्रमण के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा और इसमें बाधा डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’

नवीनतम कार्रवाई नगर निकाय द्वारा अप्रैल के मध्य में शुरू किए गए अतिक्रमण रोधी अभियान का हिस्सा है।

नगर निकाय ने 20 अप्रैल को जहांगीरपुरी में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया था जहां कुछ दिन पहले हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान सांप्रदायिक झड़प हो गई थी। इस अभियान को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद रोक दिया गया।

इसके बाद शाहीन बाग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, द्वारका और नजफगढ़ जैसे इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया।

सोमवार को भी शाहीन बाग में एक अभियान के दौरान आप विधायक अमानतुल्ला खान ने विरोध प्रदर्शन किया था। अधिकारियों के काम में अवरोध उत्पन्न करने के आरोप में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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