दिव्यांग छात्रों के लिए रोजगार कार्यशाला का आयोजन

डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय में कार्यशाला का आयोजन

दिल्ली के यमुना विहार स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय में दिव्यांग छात्रों के बीच रोजगार कार्यशाला का आयोजन किया गया. महाविद्यालय की प्लेसमेंट सेल, समान अवसर निकाय (EOC) एवं स्वयंसेवी संस्था, आइडिया के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला में लगभग 50 से ज़्यादा दिव्यांग छात्रों ने हिस्सा लिया. कार्यशाला के अन्तर्गत उन्हें व्यक्तित्व निर्माण से लेकर दिव्यांग जनों के लिए रोजगार के अवसर, पूर्व तैयारी एवं प्रशिक्षण संबंधी विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गयी एवं सत्र के दौरान प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) कार्य करवाए गए.

कार्यशाला में उपस्थित छात्रों, शिक्षकों एवं अतिथि विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर आर.एन दूबे ने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारे दिव्यांग छात्रों के भीतर उत्साह पैदा करने एवं संभावनाओं को निश्चित आकार देने का काम करते हैं. हमारे ये छात्र किसी भी मामले में अन्य छात्रों से कमतर नहीं बल्कि कुछ मामलों में ये विशेष योग्यता रखते हैं. ऐसे कार्यशालाओं से उन्हें अपने भीतर के कौशल को पहचानने, निखारने एवं रोजग़ारपरक दिशा में आगे ले जाने में मदद मिलेगा. इसी क्रम में प्लेसमेंट सेल की समन्वयक प्रोफेसर ऋचा चौधरी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इस आयोजन के पीछे के उद्देश्यों की विस्तार पर चर्चा की.

पहले सत्र में मीनाक्षी महालवाल, आइडिया (इन्क्लूसिव दिव्यांग एन्तरपेन्यॉर एसोसिएशन) ने छात्रों के बीच व्यक्तित्व निर्माण, आंगिक भाषा एवं पेशेवर (प्रोफेशनल) होने संबंधी ज़रूरी बातें साझा की. इसके अन्तर्गत उन्होंने छात्रों के बीच कई महत्वपूर्ण प्रायोगिक कार्य करवाए. आइडिया से ही आयी साक्षी ने “सॉफ्ट पावर” की विस्तृत चर्चा करते हुए इसकी ज़रूरत एवं कुशलता हासिल करने संबंधी विधियां साझा किया. इसी क्रम में उन्होंने बायोडाटा निर्माण से लेकर रोज़गार के लिए ख़ुद को कैसे तैयार करें संबंधी विविध पद्धतियों पर चर्चा की.

दूसरे सत्र में शिवांगी (अपग्राड स्वयंसेवी संस्था) ने  दिव्यांगजन से संबंधी विविध पॉर्टल की चर्चा करते हुए अपग्राड की ओर से दी जानेवाली स्कॉलरशिप एवं काम के अवसर की चर्चा की. इस दौरान उन्होंने बताया कि दिव्यांग छात्रों को दी जानेवाली स्कॉलरशिप हासिल करने के लिए किस स्तर की तैयारी करनी चाहिए ?

तीसरे सत्र में आइडिया के प्रोजेक्ट मैनेजर विनीत ने दिव्यांगजन इंडिया पोर्टल से छात्रों को अवगत कराते हुए बताया कि वे इसका उपयोग किसी तरह रोजग़ार प्राप्त करने से लेकर स्वयं को इसके लिए तैयार करने के तौर पर कर सकते हैं.

कार्यक्रम के अंत में कार्यशाला में आए विशेषज्ञों एवं महाविद्यालय सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सामाजिक कार्य विभाग के शिक्षक अतुल सिंह ने छात्र अपना मनोबल बनाए रखें, इस दिशा में क्या-क्या करना ज़रूरी होता है, विचार साझा किया.

%d bloggers like this: