द्रमुक और अन्नाद्रमुक ने चुनावी बॉन्ड पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को सराहा

चेन्नई, तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और विपक्षी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) दोनों ने बृहस्पतिवार को राजनीतिक चंदे के लिए चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना की। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस फैसले ने लोकतंत्र और सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर बहाल करने के अलावा जनता का तंत्र में विश्वास सुनिश्चित किया है।

            स्टालिन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”माननीय उच्चतम न्यायालय ने चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया। इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शी और तंत्र की अखंडता सुनिश्चित होगी।”

            उन्होंने कहा, ”इस फैसले ने लोकतंत्र और सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर बहाल कर दिया है। इसने तंत्र में आम आदमी के विश्वास को भी सुनिश्चित किया है।”

            अन्नाद्रमुक के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि अन्नाद्रमुक एकमात्र ऐसी पार्टी थी, जिसे योजना के माध्यम से धन नहीं प्राप्त हुआ।

            पलानीस्वामी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा भवन के बाहर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मीडिया से उन सभी पार्टियों को बेनकाब करने का आह्वान किया, जिन्होंने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से मोटी रकम प्राप्त की।

            पलानीस्वामी ने कहा, ”इन बॉन्ड के माध्यम से बहुत बड़ी राशि जुटाई गई। ये पार्टियां हमें दबा रही हैं और अपनी धन शक्ति से हमें नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। निश्चित रूप से हम इस फैसले का स्वागत करते हैं।”

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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