नंदीग्राम में दीदी हुईं बोल्ड, बंगाल में उनकी पारी समाप्त : मोदी

वर्द्धमान (पश्चिम बंगाल), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनाव हार गई हैं और चार चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद पश्चिम बंगाल से उनकी विदाई तय हो गई है।

यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ‘‘मां, माटी और मानुष’’ का वादा कर 10 साल पहले सत्ता में आई थीं लेकिन उन्होंने ‘‘मां को सताओ, माटी को लूटो और मानुष का रक्त बहाओ’’ का रास्ता चुना तथा बांटों और शासन करो की नीति अपनाई।

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है ममता बनर्जी की कड़वाहट, उनका क्रोध और उनकी बौखलाहट बढ़ती ही जा रही है।

मोदी ने कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है क्योंकि बंगाल ने आधे चुनावों में ही तृणमूल कांग्रेस को पूरा साफ कर दिया है। अब तक हुए मतदान के चार चरणों में बंगाल की जनता ने इतने चौके छक्के मारे कि भाजपा की सीटों की सेंचुरी हो गई है। जो आपके साथ खेला करने की सोच रहे थे, उन्हीं के साथ खेला हो गया है।’’

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘नंदीग्राम में बंगाल के लोगों ने दीदी को क्लीन बोल्ड कर दिया। यानि बंगाल में दीदी की पारी समाप्त हो चुकी है। बंगाल के लोगों ने उन्हें मैदान से बाहर जाने को कह दिया है।’’

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बंगाल की जनता ने ममता बनर्जी की एक बड़ी योजना को भी असफल कर दिया जिसके तहत मुख्यमंत्री अपने ‘‘भाइपो’’ (भतीजे अभिषेक बनर्जी) को पार्टी की कमान सौंपना चाहती थीं।

मोदी ने कहा, ‘‘बंगाल की जो जनता है, वो काफी दूरदृष्टा है। दीदी तैयारी करके बैठी थीं कि पार्टी की कप्तानी भाइपो को सौंपेंगी, लेकिन दीदी का ये ‘खेला’ भी जनता ने समय रहते समझ लिया। इसलिए दीदी का सारा ‘खेला’ धरा का धरा रह गया।’’

उन्होंने कहा कि बंगाल का इतिहास रहा है कि जो दल यहां की सत्ता से एक बार बाहर गया वह कभी लौट कर नहीं आया और मुख्यमंत्री बनर्जी इससे भलीभांति वाकिफ हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘एक बार यहां से कांग्रेस गई, कभी वापस नहीं आई। वामपंथी गए, कभी वापस नहीं आए। दीदी, आप भी एक बार हार गईं, तो कभी वापस नहीं आएंगी। तृणमूल कांग्रेस की बहुत बड़ी हार होने जा रही है।’’

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस पर राज्य के दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि खुद को ‘‘रॉयल बंगाल टाइगर’’ कहने वाली ममता बनर्जी ने ऐसा करने वालों के खिलाफ ना तो कोई कार्रवाई की, ना ही माफी मांगी।

उन्होंने दावा किया कि दलितों का अपमान कर तृणमूल कांग्रेस ने ‘‘बहुत बड़ी भूल’’ की है।

बिहार के किशनगंज जिले के नगर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार की पश्चिम बंगाल में हत्या और उसके बाद उनकी 75 वर्षीया मां उर्मिला देवी के पुत्र वियोग में दम तोड़ देने की घटना और बंगाल की बुजुर्ग शोवा मजूमदार की मौत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी पर करारा हमला बोला और कहा कि वह इतनी ‘‘कठोर और निर्मम’’ हैं, इसका अंदाजा बंगाल की किसी मां को नहीं था।

उन्होंने कहा, ‘‘मां, माटी और मानुष की बात करने वाली तृणमूल कांग्रेस का मार्ग मां को सताओ, माटी को लूटो और मानुष का रक्त बहाओ का रहा है। कूचबिहार में जिनकी मृत्यु हुई, वह भी किसी मां के बेटे थे, लेकिन ममता दीदी की नीतियों ने कितनी ही मांओं से उनके बेटे छीन लिए। दीदी की ‘मां माटी मानुष’ की यही नीति है।’’

मोदी ने कहा कि 10 सालों तक ममता बनर्जी ने ‘बांटो और राज करो’ की नीति को अपनाया जबकि भाजपा सभी को जोड़ने और सेवा करने की भावना के साथ काम करती है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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