पुतिन के करीबी सहयोगी ने युद्ध अपराध अदालत के लिए दबाव बनाने को लेकर अमेरिका को चेतावनी दी

मास्को, रूस के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन में रूसी कार्रवाई की जांच के लिए किसी अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण स्थापित करने में मदद देने का प्रयास करता है तो उसे “ईश्वरीय प्रकोप” का सामना करना पड़ सकता है।

वहीं रूसी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोदिन ने अमेरिका से कहा कि उसे याद रखना चाहिए कि अलास्का एक समय रूस का हिस्सा था।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता वाली रूसी सुरक्षा परिषद के उप सचिव दिमित्री मेदवेदेव ने अमेरिका की निंदा की और “सच्चे लोकतंत्र” की खातिर दुनिया भर में अराजकता और विनाश का प्रयास करने का आरोप लगाया।

मेदवेदेव ने अपने टेलीग्राम चैनल पर आरोप लगाया कि अमेरिकी इतिहास खूनी युद्धों की एक श्रृंखला का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान पर परमाणु बम गिराए जाने और वियतनाम युद्ध की ओर इशारा करते हुए सवाल किया , “क्या उन अपराधों के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया गया था? किस अदालत ने वहां अमेरिका द्वारा बहाए गए खून की निंदा की?’’

यूक्रेन में रूस के कथित युद्ध अपराधों को लेकर मुकदमा चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण की खातिर अमेरिका समर्थित प्रयास का जवाब देते हुए मेदवेदेव ने इसे खारिज कर दिया और कहा कि यह “खुद किसी भी मुकदमे से मुक्त रहते हुए दूसरों का न्याय करने का अमेरिकी प्रयास” है।

लंबे समय से पुतिन के सहयोगी और संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने बुधवार को चेतावनी दी कि अमेरिका को याद रखना चाहिए कि अलास्का कभी रूस का हिस्सा था। रूस ने अलास्का में कई बस्तियां स्थापित की थी और अमेरिका ने 1867 में अलास्का रूस से 72 लाख डॉलर में खरीदा था।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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