पुरस्कार किरदार में ढलने की प्रक्रिया को प्रभावित नहीं करते : राजेश तैलंग

नयी दिल्ली, दिल्ली क्राइम’ जैसे चर्चित शो का जब दूसरा सीजन आता है तो जाहिर है उसके साथ लोगों की उम्मीदें भी जुड़ी होती हैं, लेकिन अभिनेता राजेश तैलंग का कहना है कि वह कम से कम दबाव लेने की कोशिश करते हैं।

नेटफ्लिक्स पर 2020 में आया ‘दिल्ली क्राइम’ अंतरराष्ट्रीय एमी अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरीज़ का खिताब जीतने वाला पहला भारतीय शो बन गया।

नेटफ्लिक्स की सीरीज ‘दिल्ली क्राइम’ में निरीक्षक भूपिंदर सिंह का किरदार निभाने वाले अभिनेता राजेश तैलंग ने कहा कि पुरस्कारों का स्वागत है, लेकिन वह केवल अच्छे काम करने का प्रतिफल हैं।

तैलंग (51) ने कहा, ‘आप जो कुछ भी करने की कोशिश करते हैं, आपको उसे पूरे समर्पण के साथ करना चाहिए। यह केवल एमी पुरस्कार जीतने के बारे में नहीं है। जब पहला सीज़न सफल होता है, तो भले ही आप महसूस नहीं करना चाहें, लेकिन दूसरे सीजन को सफल बनाने का दबाव होता है।’

अभिनेता ने एक साक्षात्कार में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘ एक कलाकार के रूप में, आप शो में काम करते समय इस बारे में नहीं सोचते हैं। पुरस्कार केवल परिणाम का नतीजा है। यह अभिनय की प्रक्रिया को प्रभावित नहीं करता है। अगर हम दबाव लेते हैं, तो यह हमारे काम को प्रभावित कर सकता है।’

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कार न केवल कलाकारों और सदस्यों बल्कि देश के लिए भी खास है।

उन्होंने कहा, ‘मैं अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कार को न केवल ‘दिल्ली क्राइम’ के लिए बल्कि पूरे भारत का पुरस्कार मानता हूं। अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कार ओटीटी मंच के लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है, इसलिए मेरा मानना है कि यह महत्वपूर्ण पुरस्कार पूरी फिल्म बिरादरी के लिए एक उपलब्धि है।’

‘दिल्ली क्राइम’ का दूसरा सीजन 26 अगस्त से नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रहा है। इसमें शैफाली शाह, रसिका दुग्गल, राजेश तैलंग ने मुख्य भूमिक निभाई है।

दरअसल नेटफ्लिक्स एक ‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) मंच है, जो इंटरनेट के माध्यम से वीडियो व अन्य डिजिटल सामग्री (कंटेंट) उपलब्ध कराता है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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