फाइजर ने कोविड-19 रोधी मूल टीके और ओमीक्रोन के लिए तैयार टीके का तुलनात्मक अध्ययन शुरू किया

न्यूयॉर्क, दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने कोविड-19 से मुकाबले के लिए तैयार मूल टीके और अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन स्वरूप के लिए बदलाव कर तैयार किये गए टीके का तुलनात्मक अध्ययन शुरू किया है।

फाइजर और उसके साझेदार बायोएनटेक ने मंगलवार को इस अध्ययन की घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 टीका निर्माता ओमीक्रोन से मुकाबला करने के लिए अपने टीके में बदलाव कर रहे हैं ताकि वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा आवश्यक बदलाव का फैसला करने की स्थिति में तैयार रहा जा सके।

ओमीक्रोन से वायरस के पिछले स्वरूप की तुलना में उन लोगों में भी संक्रमण की अधिक संभावना है जिन्हें टीका लगाया गया है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या टीका में बदलाव की आवश्यकता है।

अमेरिका में हुए अध्ययन में सामने आया है कि मूल टीका गंभीर लक्षण और मौत से अब भी अच्छा सुरक्षा प्रदान कर रहा है। साथ अमेरिका और अन्य जगहों पर हुए अध्ययन यह स्पष्ट करते हैं कि बूस्टर खुराक से सुरक्षा कवच मजबूत होती है और संक्रमण के हल्के लक्षण से बचने की संभावना बढ़ती है।

फाइजर की टीका अनुसंधान प्रमुख कैथरीन जैनसन ने कहा,‘‘ हम समय के साथ इस सुरक्षा के कम होने और भविष्य में ओमीक्रोन और नए स्वरूप से निपटने में मदद करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता को पहचानते हैं।’’

नए अमेरिकी अध्ययन के लिए 18 से 55 साल उम्र के 1,420 स्वस्थ वयस्कों को पंजीकृत कर रहे हैं ताकि अद्यतन किए गए टीके का बूस्टर के तौर पर या प्राथमिक टीकाकरण के तौर पर परीक्षण किया जा सके। इस दौरान अनुसंधानकर्ता टीका सुरक्षा में आने वाली कमी की जांच करेंगे और पता लगाएंगे कि टीके के मूल संस्करण की तुलना में अद्यतन किया गया टीका प्रतिरोधक क्षमता को कैसे बढ़ाता है।

अध्ययन के दौरान पहले समूह में करीब 600 प्रतिभागियों, जिन्हें तीन से छह महीने पहले फाइजर के मूल टीके की दो खुराक दी गई थी उन्हें एक या दो ओमीक्रोन आधारित बूस्टर खुराक दी जाएगी, जबकि दूसरे समूह में ऐसे 600 लोग जिन्हें पहले ही तीन नियमित खुराक दी जा चुकी है उन्हें चौथी खुराक के तहत नियमित टीके या ओमीक्रोन आधारित टीके की खुराक दी जाएगी।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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