फिल्म चयन और निर्देशकों की काबिलियत मेरी सफलता का राज़ः मोहनलाल

मुंबई, मलयालम फिल्मों के अभिनेता मोहनलाल ने सोमवार को कहा कि चार दशक लंबे उनके सफल करियर का राज़ पटकथाओं का चयन और निर्देशकों की काबिलियत है जो उनसे बेहतर काम करा पाते हैं।

मोहनलाल ने 340 से अधिक फिल्मों में काम किया है जिनमें से अधिकतर मलयालम सिनेमा की हैं। उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।

2013 में आई ‘दृश्यम-2’ के ट्रैलर को ऑनलाइन माध्यम से जारी करने के कार्यक्रम में 60 वर्षीय अभिनेता ने कहा, ‘ मैं अपने निर्देशकों, लेखकों, सह कर्मियों और प्रशंसकों पर भरोसा करता हूं। इतने सालों तक यह जादू करना जो अब भी जारी हैं, एक कृपा है। मेरी फिल्में मेरी सफलता का राज़ हैं। जिस तरह की फिल्में मैं करता हूं और एक अभिनेता के तौर पर निर्देशक जिस तरह से मेरा इस्तेमाल करते हैं, इन सभी का योगदान है।’

निर्देशक जीतू जोसेफ द्वारा निर्देशित ‘दृश्यम’ जॉर्ज कुट्टी (मोहनलाल) और उनके परिवार के संघर्ष की कहानी है जिन पर एक पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के पुत्र की हत्या को लेकर शक किया जाता है।

मलयालम भाषा की फिल्म को हिंदी में भी बनाया गया था जिसमें अजय देवगन ने मोहनलाल की भूमिका निभाई थी जबकि तब्बू ने आईजी का किरदार निभाया था।

मोहनलाल को यकीन है कि ‘दृश्यम 2’ भी उसी की तरह कमाल दिखाएगी जैसा ‘दृश्यम’ ने दिखाया था। इस फिल्म ने मलयालम सिनेमा को देखने का नजरिया बदल दिया था।

फिल्म के निर्देशक जोसेफ ने कहा कि वह सीक्वल के जरिए यह बताना चाहते हैं कि एक साधारण परिवार कैसे झूठ के मकड़ जाल, अपराध और धोखाधड़ी में फंस जाता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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