भारतीय उच्चायुक्त ने श्रीलंका के विदेशमंत्री अली साबरी से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

कोलंबो, श्रीलंका में नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त ने यहां के नवनियुक्त विदेशमंत्री अली साबरी से मंगलवार को मुलाकात की और इस दौरान दोनों देशों के बीच बहु स्तरीय द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

साबरी ने सोमवार को विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। उन्होंने यह जिम्मेदारी ऐसे समय संभाली है जब श्रीलंका अपने सात दशक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है।

बागले ने मंगलवार को साबरी से मुलाकात की और उन्हें विदेश मंत्री बनने की बधाई दी।

भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया कि बागले ने विदेश मंत्री का प्रभार संभालने पर साबरी को बधाई दी। बागले और साबरी ने ‘‘ विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को खासतौर पर व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संपर्क को और मजबूत करने के तौर तरीके पर चर्चा की

भारतीय उच्चायोग ने तस्वीर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा करते हुए कहा कि उच्चायुक्त ने श्रीलंका के संसद सदस्य अनुरा कुमारा दिसानायके और विजिता हेरात से भी मंगलवार को मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने श्रीलंका के लोगों और लोकतंत्र को भारत के समर्थन पर चर्चा की।

ट्वीट के मुताबिक श्रीलंकाई सांसदों ने श्रीलंका के लोकतंत्र और लोगों को भारत द्वारा दिए गए समर्थन और उनके देश को संकट से निकालने के लिए नयी दिल्ली द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता की प्रशंसा की।

भारतीय मिशन ने मंगलवार को ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को बधाई दी है और कहा है कि भारत द्विपीय देश के लोगों को लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ आर्थिक संकट से निकलने के लिए सहायता जारी रखेगा।

साबरी ने पदभार ग्रहण करने के बाद जारी बयान में कहा कि वह घरेलू जरूरतों पर विचार करते हुए श्रीलंका के दूसरे देशों से संबंधों को बढ़ाने के लिए काम करेंगे।

गौरतलब है कि भारी जनविरोध के बाद बासिल राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने साबरी को कर्ज में डूबे श्रीलंका का वित्तमंत्री बनाया था। बासिल गोटबाया के भाई हैं।

श्रीलंका के मौजूदा संकट के लिए राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार माना जा रहा है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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