भारत कोलंबिया ने टीकों, दवाओं के विकास में सह-उत्पादन पर बातचीत की

नयी दिल्ली, कोलंबिया की विदेश मंत्री मार्ता लूसिया रामिरेज ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और आईसीएमआर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता की तथा टीकों और दवाओं के विकास में सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की संभावना पर बातचीत की ।

विदेश मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। रामिरेज कोलंबिया की उप राष्ट्रपति भी हैं। वह तीन दिन की भारत यात्रा पर थीं।

उन्होंने शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ विस्तृत बातचीत की, जिस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने पर पर विचार-विमर्श किया। मंत्रालय ने बताया कि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को रामिरेज से मुलाकात की और कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

मंत्रालय ने एक बयान में बताया, “रामिरेज ने टीकों और दवा उत्पादों के विकास में जैव प्रौद्योगिकी, सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में सहयोग को लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईएमसीएमआर) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी चर्चा की।”

बाद में जैव प्रौद्योगिकी और चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए दो आशय पत्रों पर जैव प्रौद्योगिकी विभाग और आईसीएमआर ने अपने कोलंबियाई समकक्षों के साथ हस्ताक्षर किए।

रामिरेज के आगमन से पहले कोलंबिया के स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा मंत्री लुइज फर्नांडो रुइज के नेतृत्व में एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने 27-30 सितंबर तक पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु का दौरा किया।

मंत्रालय के मुताबिक, उन्होंने इसरो के केंद्रों का भी दौरा किया और न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) और मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (एचएसएफसी) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

मंत्रालय ने कहा, “रामिरेज की भारत यात्रा से पहले विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी की चार से छह सितंबर तक कोलंबिया की यात्रा हुई थी। यह यात्रा भारत-कोलंबिया द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और विविधीकरण की दिशा में और योगदान देगी।”

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : https://twitter.com/ANI/status/1444240508541300738/photo/2

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