जयपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले का जीवन वंचित वर्ग के उत्थान को समर्पित रहा तथा समाज के दबे-कुचले वर्गो के अधिकारों के लिए संघर्ष के प्रति समर्पण के कारण उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई।
उन्होंने कहा कि इस युगपुरूष ने नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ महिला और पुरूष में भेद, जाति-प्रथा, धार्मिक आडम्बर सहित कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण किया।
गहलोत रविवार को जयपुर में फुले स्मारक के उद्घाटन सहित जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की 6 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाइस गोदाम सर्किल पर महात्मा ज्योतिबा फुले के स्मारक का वर्चुअल उद्घाटन एवं आदमकद मूर्ति का अनावरण किया।
कार्यक्रम में जयपुर-सीकर रेलवे लाइन पर जाहोता में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), जयपुर-सवाईमाधोपुर पर सीतापुरा आरओबी और टोंक रोड पर बम्बाला पुलिया के चौड़ाईकरण कार्य का लोकार्पण किया गया।
उन्होंने इसके साथ ही जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन पर सिविल लाइन्स आरओबी और रामनिवास बाग में भूमिगत पार्किंग के दूसरे फेज के निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी किया गया। इन सभी विकास कार्यों की लागत 309 करोड़ रूपये है।
उन्होंने कहा कि जयपुर मेट्रो के प्रथम चरण तथा रिंग रोड के एक हिस्से का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, अब सरकार मेट्रो के दूसरे चरण तथा रिंग रोड़ के दूसरे हिस्से की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
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