मुख्यमंत्री के खिलाफ दिए गए बयान के पीछे कोई व्यक्तिगत या राजनीतिक मकसद नहीं: स्वप्ना सुरेश

पलक्कड़ (केरल), केरल के बहुचर्चित सोने की तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश ने बुधवार को कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, उनके परिवार के सदस्यों और कुछ शीर्ष नौकरशाहों के खिलाफ आरोप किसी व्यक्तिगत या राजनीतिक मकसद से प्रेरित नहीं हैं।

केरल में 2021 विधानसभा चुनाव से पहले सामने आए सोने की तस्करी के मामले ने राजनीतिक हलचल मचा दी थी।

स्वप्ना ने दावा किया कि उन्होंने अदालत के समक्ष दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत मामले में कथित रूप से शामिल लोगों और उनकी ‘‘संलिप्तता ’’ का खुलासा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ खुद को सुरक्षित रखने के लिए मैंने अदालत के समक्ष तथ्यों के आधार पर बयान दिया। अभी मुझे और बहुत कुछ बताना है।’’

मुख्यमंत्री द्वारा उनके दावों,आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताते हुए खारिज किए जाने के एक दिन बाद स्वप्ना ने पलक्कड़ में पत्रकारों से बात करते हुए यह बयान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनके आरोप ‘‘राजनीतिक मकसद से प्रेरित हैं।’’

उन्होंने कहा था, ‘‘ ऐसे एजेंडे को पहले भी लोगों ने खारिज किया है। एक अंतराल के बाद आरोपी द्वारा मामले में पुरानी बातों को दोहराया जा रहा है। इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है।’’ स्वप्ना ने कहा, ‘‘ मैं राजनीति में विश्वास नहीं करती। मुझे वास्तव में कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुख्यमंत्री कौन है। मुझे उन बयानों से भी कोई मतलब नहीं है, जिनमें दावा किया गया है कि मैंने साजिश के तहत बयान दिया है, क्योंकि उसके पीछे मेरा कोई राजनीतिक या व्यक्तिगत मकसद नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं 16 महीने तक जेल में थी। मेरे बच्चों ने परेशानी झेली। मेरी नौकरी चली गई। वे मेरा शोषण कर रहे हैं, बरगला रहे हैं। अब, मैं बस जीना चाहती हूं और अपने बच्चों पर ध्यान देना चाहती हूं। कृपया मुझे यह करने दें। इसके अलावा मेरा कोई और मकसद नहीं है।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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