मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि मैं ‘एंग्जायटी’ से बाहर आने के लिए दवा ले रहा हूं: करण जौहर

मुंबई, फिल्म निर्माता करण जौहर ने कहा कि जानी मानी हस्तियों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अपने अनुभवों और संघर्षों के बारे में लोगों के सामने खुलकर बात करनी चाहिए ताकि जो लोग इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें भी सशक्त बनने में मदद मिल सके।

            जौहर ने अपने ‘एंग्जायटी अटैक’ (चिंता एवं घबराहट) के बारे में हाल ही में अपने चैट शो ‘‘कॉफी विद करण-8’’ के एक एपिसोड में खुलकर बात की। इस मौके पर उनके शो में दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह मेहमान के तौर पर मौजूद थे।

            इस एपिसोड में दीपिका पादुकोण ने भी अवसाद के बारे बातचीत की।

            फिल्म निर्माता ने कहा कि वह एक पेशेवर की सलाह से ‘एंग्जायटी’ से बाहर आने के लिए दवा ले रहे हैं।

            जौहर ने अपने शो के लिए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह किसी के भी साथ हो सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको घबराने की जरूरत है, कभी-कभी यह कई अन्य चीजों पर निर्भर करता है। अगर मैं अपने बारे में बात करूं तो मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि ‘एंग्जायटी’ से बाहर आने के लिए मैं दवा ले रहा हूं।’’जौहर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि एक चर्चित हस्ती के रूप में हममें से कई लोग इस तरह के मानसिक विकार से जरूर गुजरे होंगे और ऐसे में अगर आप इस पर खुलकर बात करते हैं तो आप कई अन्य लोगों की भी मदद कर सकते हैं।’’

             उन्होंने भारत में मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता का चेहरा बन चुकीं पादुकोण को उनके ‘लिव लव लाफ़ फाउंडेशन’ के लिए भी श्रेय दिया। यह संस्था चिंता, अवसाद और अन्य मानसिक विकारों से पीड़ित लोगों की मदद करती है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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