यूरोपीय संघ ने रक्षा क्षमताओं को विकसित करने के वास्ते नई योजनाओं की शुरूआत की

ब्रुसेल्स, अफगानिस्तान सेना के तेजी से पतन और काबुल हवाई अड्डे के जरिये अमेरिका नीत बलों की वापसी से स्तब्ध यूरोपीय संघ (ईयू) ने बुधवार को अपनी रक्षा क्षमताओं को विकसित करने के लिए नई योजनाओं की शुरूआत की है।

इन योजनाओं को शुरू करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वह भविष्य की चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना कर सके।

तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद अमेरिका ने वहां से एक लाख से अधिक लोगों को निकाला।

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि काबुल में सरकार और सुरक्षा बलों की विफलता और कुछ ही दिनों में तालिबान के समक्ष उनका पतन न केवल 27-देशों के इस समूह के लिए बल्कि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को चिंतित करता है।

लेयेन ने यूरोपीय संघ के सांसदों से कहा कि अफगानिस्तान में हुई घटना बेहद दर्दनाक थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस पर विचार करना होगा कि यह मिशन इतनी अचानक कैसे समाप्त हो सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘परेशान करने वाले ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब सहयोगियों को खोजना होगा।’’ उन्होंने कहा कि नाटो के साथ सहयोग को प्राथमिकता पर रखना होगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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