योग, आयुर्वेद से दुनिया का भला हुआ है : नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा

काठमांडू, नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शुक्रवार को दुनियाभर के लोगों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान में योग और आयुर्वेद की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूरे विश्व ने प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली को स्वीकार किया है क्योंकि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

काठमांडू में एक कार्यक्रम में पतंजलि सेवा सदन और स्वदेशी समृद्धि कार्ड (एक स्वास्थ्य सहायता कार्ड) का उद्घाटन करते हुए देउबा ने दुनियाभर में योग और आयुर्वेद के महत्व को फैलाने में योग गुरु रामदेव के कार्य की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, “योग और ध्यान एक उत्कृष्ट स्वस्थ जीवन बनाए रखने में मदद करते हैं, और दुनियाभर में लोग इन दिनों अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग का अनुसरण कर रहे हैं। पूरी दुनिया ने आयुर्वेदिक औषधि को स्वीकार किया है जो मानव जीवन के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।’’

देउबा ने नेपाल में योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए रामदेव द्वारा किए गए किसी भी प्रयास में सरकार से सभी समर्थन और मदद का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री देउबा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ ने संयुक्त रूप से आस्था नेपाल टीवी और पतंजलि टीवी का भी उद्घाटन किया।

पूर्व प्रधानमंत्री ‘प्रचंड’ ने रामदेव और बालकृष्ण को ‘महान क्रांतिकारी’ बताते हुए कहा कि वे योग की वैज्ञानिक प्रथाओं के माध्यम से नई क्रांति लेकर आए हैं और योग एवं ध्यान के माध्यम से समाज को स्वस्थ जीवन जीने का तरीका सिखाया है तथा साथ ही आयुर्वेद को एक उद्योग के रूप में बढ़ावा दिया है।

कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हुए सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने और कोविड-19 के समय योग विज्ञान और आयुर्वेद के माध्यम से समाज की मदद करने के लिए पतंजलि जैसे संस्थानों की सराहना की।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

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