लीक संदेशों से पता चला है कि अमेरिका-रूस के बीच हो सकता है मिसाइल समझौता

ब्रसेल्स (बेल्जियम), यूक्रेन की सीमा से यदि रूस पीछे हटने का फैसला करता है तो यूरोप में मिसाइल की तैनाती पर तनाव को घटाने के लिए अमेरिका उसके(रूस के) साथ एक समझौता करने को इच्छुक हो सकता है। बुधवार को एक स्पेनिश समाचार पत्र में प्रकाशित एक लीक दस्तावेज से यह पता चला है।

एल पेइस समाचार पत्र ने दो दस्तावेज प्रकाशित किये हैं, जो अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) द्वारा पिछले हफ्ते यूरोप में एक नये सुरक्षा समझौते के लिए रूस के प्रस्तावों को जवाब में लिखे गये थे।

हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।

नाटो ने दूसरे दस्तावेज के संदर्भ में कहा कि उसने कथित लीक पर कभी टिप्पणी नहीं की।

वहीं, ये संदेश पिछले हफ्ते नाटो महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग द्वारा मीडिया को दिये बयान को बहुत हद तक प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने रूस की मांगों पर 30 देशों के सैन्य संगठन का रुख बताया था।

एक गोपनीय पत्र बताये गये अमेरिकी दस्तावेज में कहा गया है कि रोमानिया और पोलैंड में ऐगीस एशोर स्थलों टॉमहॉक क्रूज मिसाइल की गैरमौजूदगी की पुष्टि करने के लिए एक पारदर्शी तंत्र को लेकर नाटो साझोदारों के साथ चर्चा करने को इच्छुक है।

ऐगीस एशोर लघु या मध्यम दूरी की मिसाइल के खिलाफ एक रक्षा प्रणाली है।

इसमें कहा गया है कि यह इस शर्त पर होगा कि मास्को ‘हमारे द्वारा रूस में चुने जाने वाले’ दो मिसाइल लॉंच केंद्रों पर भी समान रूप से पारदर्शी उपायों की पेशकश करे।

वहीं, रूस ने पूर्व में दावा किया था कि अमेरिका टॉमहॉक मध्यम दूरी की मिसाइल से उसके भू-भाग में हमला कर सकता है।

इस बीच, रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने लीक दस्तावेजों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा , ‘‘हमने कुछ भी जारी नहीं किया है। ’’

आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी को अपनी टिप्पणी में रूसी विदेश मंत्राालय ने भी समाचार पत्र के दावों की ना तो पुष्टि की, ना ही इनकार किया।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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