लॉकडाउन संबंधी विरोध प्रदर्शन सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं: हांगकांग अधिकारी

हांगकांग, हांगकांग के सुरक्षा मंत्री क्रिस टैंग ने बुधवार को चेतावनी दी कि चीन के वायरस-रोधी प्रतिबंधों के खिलाफ शहरवासियों का विरोध ‘एक और रंग क्रांति की शुरुआत’ होगा। उन्होंने, साथ ही निवासियों से राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में भाग न लेने का आग्रह किया।

टैंग ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों और शहर की सड़कों पर कुछ घटनाओं ने पिछले सप्ताह देश के सुदूर पश्चिम हिस्से में आग की भीषण घटना के नाम पर चीन की केंद्र सरकार को निशाना बनाने के लिए दूसरों को उकसाने के प्रयास किये हैं।

उन्होंने सदन परिसर में पत्रकारों से कहा, ‘‘यह महज संयोग नहीं है, बल्कि अत्यधिक संगठित है।’’

शिनजियांग क्षेत्र की राजधानी उरुमकी में भीषण अग्निकांड में कम से कम 10 लोगों की मौत के बाद सप्ताहांत चीन के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे और गुस्साए लोगों ने यह सवाल उठाये थे कि क्या अग्निशमन दस्ते या जान बचाने का प्रयास कर रहे लोगों को कोविड प्रतिबंधों के कारण रोक दिया गया था।

गंभीर प्रतिबंधों से नाराज प्रदर्शनकारियों ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से पद छोड़ने की मांग की है। इसे पिछले कई दशकों में सार्वजनिक असंतोष का सबसे बड़ा प्रदर्शन कहा जा रहा है।

पिछले दो दिनों में चाइनीज यूनिवर्सिटीज ऑफ हांगकांग और सेंट्रल में भी छोटे-छोटे विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों में चीनी छात्रों और स्थानीय लोग भी शामिल थे। उन्होंने सादे कागज हाथों में लिये थे और ‘पीसीआर परीक्षण नहीं, बल्कि स्वतंत्रता!’’ और ‘‘तानाशाही का विरोध करो, गुलाम मत बनो!’’ जैसे नारे भी लगाये।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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