विपक्षी दलों को विकास की कोई चिंता नहीं, सत्ता हासिल करना एकमात्र एजेंडा: नड्डा

शिमला, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को विकास और जनता की सेवा से कोई सरोकार नहीं है और उनका एकमात्र एजेंडा छल और झूठे वादों के सहारे सत्ता हथियाना है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के ढालपुर मैदान में अपनी पार्टी द्वारा आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने लोगों को इन दलों के ‘मंसूबों’ के बारे में आगाह किया और दावा किया कि विपक्षी पार्टियां वोटों के लिए राष्ट्रीय हितों से समझौता करने की हद तक जा सकती हैं।

उन्होंने राजनीतिक संस्कृति को ‘वोट बैंक से रिपोर्ट कार्ड’ में बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी दुनिया में भारत की छवि को चमका रहे हैं वहीं कांग्रेस नेता दुनिया में देश की छवि को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।
नड्डा ने कहा, ‘‘इनकी दादी (इंदिरा गांधी) ने देश में आपातकाल लगाया था और लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया था और ये लंदन जाकर भारत में लोकतंत्र को बचाने की गुहार लगा रहे हैं… अरे वो बचाएंगे जिन्होंने भारत पर 200 साल राज किया और तुम बचाओगे जिन्होंने भारत में आपातकाल लगाया।’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ राज्यों में झूठे वादों कर सत्ता में आई थी, लेकिन उसने उन वादों को पूरा नहीं किया। भाजपा अध्यक्ष ने लोगों से ऐसे ‘वंशवादी’ दलों के मंसूबों को विफल करने का आह्वान किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर वोट बैंक की राजनीति के लिए मुसलमानों के तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में 91.5 प्रतिशत मुसलमानों ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटा के तहत आरक्षण का लाभ उठाया है जबकि तथ्य यह है कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की आबादी 72 प्रतिशत है और मुसलमानों की 25 प्रतिशत है।

नड्डा ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों को आरक्षण का लाभ देने के लिए उन्हें प्रमाण पत्र जारी करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के सात जिलों को आदिवासी जिला घोषित किया गया है जहां ओबीसी के लिए कोई आरक्षण नहीं है, जबकि पंजाब में ओबीसी को 25 प्रतिशत आरक्षण के मुकाबले 12 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। नड्डा ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 से पहले नीतिगत पंगुता वाला भारत था, नीतिगत निर्णय न लेना ही नीति थी, काम को लटकाना, भटकाना, अटकाना ही संस्कृति थी और भारत का नाम भ्रष्टाचार करने वाले देशों में शामिल था। लेकिन 2014 के बाद सिर्फ विकास ही नहीं हुआ, देश में काम करने की संस्कृति भी बदल गई। प्रधानमंत्री मोदी ने वंशवाद से निकलकर विकासवाद की कहानी लिखी है।’’

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के फैसलों के कारण देश ने विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने भारत को ‘चमकता सितारा’ और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताते हुए इसकी सराहना की है, जहां मुद्रास्फीति सबसे कम है।

पिछले नौ वर्षों में मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए नड्डा ने आयुष्मान भारत, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न, किसानों को 6,000 रुपये प्रदान करने वाली किसान सम्मान निधि, आवास योजना, जल जीवन मिशन, भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और मोबाइल फोन विनिर्माण और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में बड़ी प्रगति जैसी पहलों के बारे में बात की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र द्वारा स्वीकृत विकास परियोजनाओं का भी उल्लेख किया।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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