शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने फेसबुक के खिलाफ अविश्वास के मुकदमे शुरू किए जाने का किया स्वागत

वाशिंगटन, शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने फेसबुक के खिलाफ अविश्वास के दो मुकदमे चलाए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया साइट की जवाबदेही ‘‘काफी समय से लंबित’’ थी।

मुकदमों में आरोप लगाया गया है कि फेसबुक ने डिजिटल बाजार में अपने आधिपत्य का दुरुपयोग किया है और वह प्रतिस्पर्धा विरोधी कार्यों में संलिप्त रहा है।

हालांकि ‘इन्फॉमेशन टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन’ (आईटीआईएफ) ने कहा कि संघीय व्यापार आयोग (एफटीसी) और 48 राज्यों द्वारा बुधवार को दायर मुकदमे अमेरिकी प्रतिस्पर्धा एवं उपभोक्ताओं दोनों के लिए खतरा हैं।

हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के अध्यक्ष जेरोल्ड नाडलर ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप से प्रतिस्पर्धा करने के बजाए फेसबुक ने अपने प्रभुत्व के विस्तार के लिए उन्हें खरीद लिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फेसबुक ने अवैध रूप से अपना एकाधिकार बनाए रखा, जिसकी वजह से उसने अन्य अनुचित कार्य किए। पहली बात तो, ऐसा होना ही नहीं चाहिए था और उसकी जवाबदेही काफी समय से लंबित थी।’’

अविश्वास, वाणिज्यिक और प्रशासनिक कानून पर प्रतिनिधि सभा की न्यायिक उपसमिति के उपाध्यक्ष एवं सांसद जो नेगुसे ने कहा कि उपसमिति की डिजिटल बाजार संबंधी जांच में इस बात के कई सबूत मिले हैं कि फेसबुक ने सोशल नेटवर्किंग पर अपना एकाधिकार बनाए रखने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों का अधिग्रहण करने, उनकी नकल करने या उन्हें नष्ट करने के लिए बाजार में अपनी ताकत का इस्तेमाल किया।

प्रतिनिधि सभा की अविश्वास संबंधी मामलों की उपसमिति के अध्यक्ष डेविड एन सिसिलिने ने कहा कि फेसबुक ने लोगों की निजता को नुकसान पहुंचाया और अपने मंच को विकसित करने के लिए गलत सूचना के प्रसार की अनुमति दी और ये मुकदमे फेसबुक के एकाधिकार को समाप्त करने की दिशा में बड़ा कदम हैं।

इनके अलावा सीनेटरों माइक ली, रिचर्ड ब्लूमेंथल, भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल और सीनेटर मार्क वार्नर ने भी इन मुकदमों का स्वागत किया।

इस बीच, आईटीआईएफ अध्यक्ष रॉबर्ट अटकिंसन ने कहा कि ये मुकदमे ‘‘अमेरिकी प्रतिस्पर्धा एवं अमेरिकी उपभोक्ताओं दोनों के लिए खतरा’’ हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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