सॉलिसिटर जनरल अपने दावों के समर्थन में सीसीटीवी फुटेज देने में रहे नाकाम : तृणमूल सांसद

कोलकाता, पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं नारद मामले में आरोपी शुभेंदु अधिकारी के उनके आवास पर बिना किसी पूर्व सूचना के आने और नेता से उनकी कोई मुलाकात नहीं होने का सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा दावा किये जाने के तीन दिन बाद उनपर तंज कसते हुए तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता को अपने दावों के समर्थन में सीसीटीवी फुटेज जारी करना चाहिए।

तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि मेहता ने ‘‘देश के सॉलिसिटर जनरल की तरह नहीं, बल्कि भाजपा के सीक्रेट जनरल’’ की तरह काम किया। बनर्जी तृणमूल में राष्ट्रीय महासचिव भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘72 घंटे बीत जाने के बाद भी भारत के माननीय सॉलिसिटर जनरल (एसजी) तुषार मेहता बयानों के समर्थन में अपने घर का 20 मिनट का सीसीटीवी फुटेज जारी करने में नाकाम रहे। अपने लिए इतने कमजोर बचाव के साथ आप भारत के सॉलिसिटर जनरल के रूप में नहीं बल्कि ‘‘भाजपा के सीक्रेट जनरल’’ के रूप में सेवा जारी रख सकते हैं।’’

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल विधानसभा के विपक्ष के नेता अधिकारी से कथित मुलाकात को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात कर तुषार मेहता को भारत के सॉलिसिटर जनरल के पद से हटाने की मांग की। इससे पहले पार्टी के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह मांग उठा चुके हैं।

तृणमूल के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने रविवार को कहा कि मेहता को भाजपा के ‘‘नौकर’’ की तरह काम करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सॉलिसिटर जनरल को किसी मामले में आरोपी का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहिए और न ही उसे सलाह देनी चाहिए।

गौरतलब है कि अधिकारी 2016 के नारद टेप मामले में आरोपी हैं और मेहता उच्चतम न्यायालय और कलकत्ता उच्च न्यायालय में इस मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का पक्ष रखते हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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