नयी दिल्ली, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि जियो डिजिटल प्लेटफॉर्म और स्वदेशी तरीके से विकसित अगली पीढ़ी की 5जी सेवाएं पेश करने की प्रक्रिया को गति दे रही है। भारत के “वैश्विक डिजिटल क्रांति” में अग्रणी भूमिका निभाने का जिक्र करते हुये यह कहा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस जियो ने अगले 30 करोड़ मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवा उपयोगकर्ताओं, जियो फाइबर का इस्तेमाल करने वाले पांच करोड़ घरों और पांच करोड़ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम व्यापार इकाइयों के लिए पर्याप्त नेटवर्क क्षमता का निर्माण किया है।
कंपनी के चैयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने रिपोर्ट में कहा कि क्वालकॉम और जियो ने जियो भारत में 5जी निदान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। जियो 5जी निदान पर एक जीबीपीएस स्पीड का महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार जियो और क्वालकॉम ने जियो प्लेटफॉर्म्स की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी रेडिसिस कॉरपोरेशन के साथ मिलकर एक मुक्त और अंतर-संचालित इंटरफेस-अनुकूलन आधारित 5जी निदान का विकास किया है जो वर्चुअलाइज्ड आरएएन (वीआरएएन) से लैस है। यह भारत में स्वदेशी 5जी नेटवर्क ढांचे और सेवाओं के विकास और उसे पेश करने की प्रक्रिया को तेज कर देगा।
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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