हीली का कमाल, आस्ट्रेलिया सातवीं बार बना महिला वनडे विश्व चैंपियन

क्राइस्टचर्च, बेहतरीन फॉर्म में चल रही एलिसा हीली की बड़ी शतकीय पारी से आस्ट्रेलिया ने नैट साइवर के आकर्षक सैकड़े के बावजूद रविवार को यहां फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को 71 रन से करारी शिकस्त देकर रिकार्ड सातवीं बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप का खिताब जीता।

हीली ने 41 रन के निजी योग पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 138 गेंदों पर 26 चौकों की मदद से 170 रन बनाये। उन्होंने अपनी सलामी जोड़ीदार राचेल हेन्स (93 गेंदों पर 68) के साथ पहले विकेट के लिये 160 रन और बेथ मूनी (47 गेंदों पर 62) के साथ दूसरे विकेट के लिये 156 रन की साझेदारी की जिससे आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये जाने पर पांच विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया।

पिछले चैंपियन इंग्लैंड की तरफ से साइवर ने 121 गेंदों पर 15 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 148 रन की आकर्षक पारी खेली लेकिन उनके अलावा कोई भी अन्य बल्लेबाज 30 रन तक नहीं पहुंच पायी और आखिर में उसकी पूरी टीम 43.4 ओवर में 285 रन पर आउट हो गयी।

आस्ट्रेलिया की तरफ से लेग स्पिनर एलना किंग ने 64 रन देकर तीन जबकि बायें हाथ की स्पिनर जेस जोनासेन ने 57 रन देकर तीन विकेट लिये। तेज गेंदबाज मेगान शट ने 42 रन देकर दो विकेट हासिल किये।

आस्ट्रेलिया ने इस टूर्नामेंट में अजेय रहकर खिताब जीता। इससे पहले उसने 1978, 1982, 1988, 1997, 2005 और 2013 में खिताब जीता था। वह 2017 में सेमीफाइनल में भारत से हार गया था। इंग्लैंड चार बार का चैंपियन है।

हीली ने पुरुष एवं महिला विश्व कप के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकार्ड भी बनाया। उनके बाद एडम गिलक्रिस्ट (149, विश्व कप 2007), रिकी पोंटिंग (140, विश्व कप 2003) और विव रिचर्ड्स (138, विश्व कप 1979) का नंबर आता है।

हीली की धांसू पारी के बाद मेगान शट ने इंग्लैंड की दोनों सलामी बल्लेबाजों को सात ओवर के अंदर पवेलियन भेजकर आस्ट्रेलिया को गेंदबाजी में भी अच्छी शुरुआत दिलायी। उन्होंने डैनी वायट (चार) को इनस्विंगर पर बोल्ड करने के बाद टैमी ब्यूमोंट (27) को पगबाधा आउट किया।

अब कप्तान हीथर नाइट (24) पर बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन जब वह साइवर के साथ पारी संवारने की कोशिश कर रही थी तब लेग स्पिनर किंग ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया। नयी बल्लेबाज एमी जोन्स (20) पर भी बड़े स्कोर का दबाव था। उन्होंने जोनासेन की गेंद पर मिड ऑफ पर कैच दिया।

साइवर ने एक छोर से रन बनाने का जिम्मा उठाये रखा लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। किंग ने सोफिया डंकले (23) को बोल्ड करके उन्हें भी साइवर के साथ बड़ी साझेदारी नहीं निभाने दी। उन्होंने नयी बल्लेबाज कैथरीन ब्रंट (एक) को आते ही पवेलियन का रास्ता दिखाया।

जब एक छोर से विकेट निकल रहे थे तब साइवर ने 90 गेंदों पर पांचवां शतक पूरा किया। इसके बाद वह अधिक आक्रामक होकर बल्लेबाजी करने लगी। उन्होंने जल्द ही अपने करियर का पिछला सर्वोच्च स्कोर (137) पार करके आस्ट्रेलियाई खेमे में खलबली मचा दी।

चार्ली डीन (21) ने उनका कुछ देर तक साथ दिया लेकिन दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलने के कारण साइवर इंग्लैंड को चमत्कारिक परिणाम नहीं दिला सकी। उन्होंने डीन के साथ नौवें विकेट के लिये 65 रन जोड़े जो इंग्लैंड की पारी की सबसे बड़ी साझेदारी रही।

इससे पहले आस्ट्रेलियाई पारी हीली के इर्द गिर्द घूमती रही जिनका हेन्स और मूनी ने उनका अच्छा साथ दिया। इससे आस्ट्रेलिया महिला विश्व कप फाइनल में सर्वाधिक स्कोर का रिकार्ड बनाने में सफल रहा। यह पुरुष और महिला विश्व कप फाइनल में दूसरा बड़ा स्कोर है। आस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने विश्व कप 2003 के फाइनल में भारत के खिलाफ दो विकेट पर 359 रन बनाये थे।

मूनी को दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाये रखने के लिये कप्तान मेग लैनिंग से ऊपर भेजा गया था।

हेगले ओवल के खचाखच भरे स्टेडियम में हीली ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और नॉकआउट चरण में अपना लगातार दूसरा शतक जमाया। उन्होंने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ 129 रन बनाये थे।

अपनी पारी में अधिकतर समय हीली ने अपना विकेट खुला छोड़कर मिड ऑफ में शॉट जमाये। उन्होंने वनडे में नंबर एक गेंदबाज सोफी एक्लेस्टोन (71 रन देकर एक) को किसी भी समय लय हासिल करने का मौका नहीं दिया।

उन्होंने मिड ऑफ और कवर पर चौके जड़ने के अलावा कट और पुल से भी रन बटोरे और अपने वनडे करियर का पांचवां शतक लगाया।

इंग्लैंड ने आखिरी पांच ओवरों में चार विकेट लिये। उसकी तरफ से तेज गेंदबाज अन्या श्रबसोले ने 46 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। नताली साइवर, चार्लोट डीन और केट क्रास ने आठ रन प्रति ओवर की दर से भी अधिक रन लुटाए।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press

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