आरे में मेट्रो कार शेड को लेकर ‘छद्म-पर्यावरणविदों’ का विरोध ‘प्रायोजित’ हो सकता है: फडणवीस

मुंबई, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के प्रस्तावित मेट्रो -3 कार शेड को कांजुरमार्ग से मुंबई के आरे वन क्षेत्र में वापस ले जाने संबंधी योजना के विरोध के बीच, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि कुछ ‘‘छद्म-पर्यावरणविदों’’ का यह विरोध ‘‘प्रायोजित’’ हो सकता है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने आश्वासन दिया कि परियोजना के लिए और पेड़ नहीं काटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि पर्यावरणविदों को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है और उन्हें तथ्यों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने यहां विधान भवन परिसर में पत्रकारों से कहा, ‘‘कुछ असल पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, जबकि कुछ छद्म हैं। कार शेड का उनका विरोध प्रायोजित हो सकता है। इसलिए, वे मेट्रो -3 लाइन के लिए कार शेड के निर्माण का विरोध करना जारी रखे हुए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पेड़ों को काटने की अब कोई आवश्यकता नहीं है। राज्य जिन पेड़ों को काटना चाहता था, उन्हें पहले ही काटा जा चुका है। हरित कार्यकर्ताओं के सम्मान में, हम उनके साथ मुद्दों पर चर्चा करेंगे। लेकिन मेट्रो ट्रेन सेवा मुंबई के नागरिकों का अधिकार है।’’

फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण से लेकर उच्चतम न्यायालय तक सभी अधिकारियों ने कार शेड के निर्माण की अनुमति दे दी है और लगभग 25 प्रतिशत काम हो चुका है। उन्होंने कहा कि यदि आरे स्थल पर मानसून के बाद निर्माण शुरू होता है, तो इसे पूरा होने में एक साल लग सकता है।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरित कार्यकर्ताओं को निश्चित रूप से अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें तथ्यों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।

इससे पूर्व दिन में पर्यावरण कार्यकर्ताओं, शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत गुट और आम आदर्मी पार्टी समेत कुछ राजनीतिक दलों ने आरे में मेट्रो-3 कार शेड निर्माण संबंधी महाराष्ट्र सरकार के हाल के फैसले के खिलाफ आरे कॉलोनी में विरोध-प्रदर्शन किया।

हाथों में तख्तियां लिये प्रदर्शनकारियों ने महाराष्ट्र की नयी सरकार के उस प्रस्ताव के खिलाफ नारेबाजी की, जिसमें मेट्रो-3 कार शेड परियोजना को दोबारा मुंबई के आरे वन क्षेत्र में स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है।

बृहस्पतिवार को नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने राज्य प्रशासन को आरे कॉलोनी में मेट्रो-3 कार शेड बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।

हालांकि, पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार ने पर्यावरण सरंक्षण के मद्देनजर कार शेड परियोजना को आरे से कांजुरमार्ग स्थानांतरित कर दिया था। ठाकरे सरकार ने आरे को संरक्षित वन क्षेत्र भी घोषित किया था।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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