ईसीआईएल व बीईएल ने वोटिंग मशीन, वीवीपैट के कल-पुर्जों के निर्माताओं के नाम बताने से इनकार किया

नयी दिल्ली  इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने ईवीएम और वीवीपैट के विभिन्न कल-पुर्जों के निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं के नाम और संपर्क विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।

सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत एक कार्यकर्ता ने इस संबंध में सवाल किया था और सार्वजनिक क्षेत्र के इन उपक्रमों ने आरटीआई कानून के तहत  व्यावसायिक विश्वास  का हवाला देते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया।

कार्यकर्ता वेंकटेश नायक ने इन कंपनियों के पास एक समान आवेदन दायर किया था। इस आवेदन में वेंकटेश ने इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और मतदाता-सत्यापन पर्ची (वीवीपैट) के निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों के निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं का विवरण मांगा था।

सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ईसीआईएल और बीईएल रक्षा मंत्रालय के तहत आते हैं। दोनों उपक्रम निर्वाचन आयोग के लिए ईवीएम और वीवीपैट का निर्माण करते हैं।

नायक ने दोनों सार्वजनिक उपक्रमों से कल-पुर्जों के खरीद आदेश की एक प्रति भी मांगी थी।

बीईएल ने अपने जवाब में आरटीआई अधिनियम की धारा 8(1)(डी) का हवाला देते हुए कहा कि मांगी गई जानकारी ‘‘वाणिज्यिक विश्वास’’ से जुड़ी है  इसलिए इसे प्रदान नहीं किया जा सकता।

ईसीआईएल ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया भेजी  जिसमें कहा गया है कि विवरण का खुलासा करने से ईसीआईएल की प्रतिस्पर्धी स्थिति प्रभावित होगी। 

वेंकटेश नायक ने कहा   मुझे नहीं पता कि वे करीब एक अरब मतदाताओं के सूचना के अधिकार के विपरीत किसके हितों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं। ईसीआईएल ने कहा कि खरीद आदेशों के खुलासे से घटकों के डिजाइन का पता चल जाएगा और इससे खतरा पैदा हो सकता है। ईसीआईएल ने आरटीआई ऑनलाइन पोर्टल पर अपने जवाब की एक हस्ताक्षरित प्रति भी अपलोड नहीं की।  

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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