कांग्रेस नेताओं को संप्रग शासन के दौरान सीमा मुद्दे पर एंटनी का बयान याद करना चाहिए: रीजीजू

नयी दिल्ली, कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल गांधी की टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन सीमा मुद्दे पर कोई भी बयान देने से पहले कांग्रेस नेताओं को यह सुनना चाहिए कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार के दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने इस विषय पर क्या कहा था।

राहुल गांधी के एक ट्वीट के बाद रीजीजू ने कहा कि चीन सीमा मुद्दे पर कुछ भी बोलने से पहले कांग्रेस नीत सरकार के रक्षा मंत्री को सुन लें। गांधी ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा वह चीन को लाल आंखें क्यों नहीं दिखाते हैं।

कांग्रेस नेता गांधी ने एक खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मिस्टर 56 इंच लाल आंख क्यों नहीं दिखा देते?’’ उन्होंने भारत और चीन के बीच 13वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद भी चीनी सेना के पीछे नहीं हटने संबंधी खबरों का हवाला दिया।

रीजीजू ने इस पर जवाब में ट्वीट किया, ‘‘प्रिय कांग्रेसी, चीन सीमा मुद्दे पर एक भी शब्द बोलने से पहले कृपया कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री की बात सुनें। संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा मामले पर सोचें, समझें और बेहद सावधान रहें।’’ केंद्रीय मंत्री ने संसद में एंटनी के कथित बयान का एक लघु वीडियो क्लिप भी साझा किया।

यह वीडियो क्लिप छह सितंबर 2013 का है। इसमें एंटनी ने सदन को बताया कि स्वतंत्र भारत की कई वर्षों से नीति थी कि सीमा का विकास नहीं करना सबसे अच्छा बचाव है। तत्कालीन रक्षा मंत्री एंटनी ने कहा कि विकसित सीमा से ज्यादा सुरक्षित है अविकसित सीमा। साथ ही जोड़ा कि दूसरी ओर चीन ने सीमा पर अपने बुनियादी ढांचे में सुधार किया है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

%d bloggers like this: