कांग्रेस ने गुजरात के बंदरगाह पर हेरोइन जब्त होने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर करीब 3000 किलोग्राम हेरोइन बरामद किये जाने को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि देश का गौरव गुजरात इस सरकार की नाक के नीचे ड्रग तस्करों की पसंसदीदा क्यों जगह क्यों बन गया।

अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गुजरात के कच्छ जिले में मुंद्रा बंदरगाह से 2,988.21 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है, जिसकी कीमत 15000 करोड़ रुपये है। इस बंदरगाह के परिचालन का स्वामित्व अडाणी समूह के पास है।

अडाणी समूह के एक प्रवक्ता ने इस घटनाक्रम पर कहा कि बदंरगाहों के परिचालन में परिचालक कंपनियों की भूमिका सीमित होती है तथा कंटेनरों की छानबीन एवं जब्ती का काम सरकारी एजेंसियां ही करती हैं, ऐसे में यह समूह आशा करता है कि सोशल मीडिया पर चलाये जा रहे ‘दुष्प्रचार’ पर विराम लगेगा।

कांग्रेस प्रवक्ता प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले सप्ताह गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे अधिक मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किया गया। 3,000 किलोग्राम हेरोइन अफगानिस्तान से भारत में भेजी गई थी। ये बहुत ज्यादा गंभीर मामला बनता है। यह भारत के नौजवानों को बर्बाद करने की साजिश है। यही नहीं, इससे मिले पैसे का उपयोग करके भारत में ही आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण भी किया जाता है।’’

कांग्रेस नेता के मुताबिक, ‘‘सबको पता है कि इस बंदरगाह का स्वामित्व अडाणी समूह के पास है।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखिर क्या कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में मादक पदार्थों यानी ड्रग्स की तस्करी करने वालों का सबसे प्रिय रास्ता वह गुजरात हो गया है, जो देश का गौरव है? पिछले 18 महीने में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का कोई पूर्णकालिक महानिदेशक क्यों नहीं बनाया गया?’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मुंबई में फिल्म से जुड़े किसी व्यक्ति के पास दो ग्राम ड्रग्स मिल जाए तो देश के सभी मुद्दों को दरकिनार कर मीडिया में बहस होती है, लेकिन 3000 किलोग्राम ड्रग्स को लेकर खामोशी है।’’

खेड़ा ने सवाल किया, ‘‘आखिर क्या कारण है कि प्रधानमंत्री, जो कि गुजरात से आते हैं, वो भी चुप हैं? गृहमंत्री जो कि गुजरात से आते हैं, वो भी चुप हैं? आला अधिकारी भी चुप क्यों हैं?’’

उन्होंने दावा किया कि इतने बड़े पैमाने पर तस्करी का काम किसी गिरोह के जरिये ही सकता है, लेकिन सरकार ऐसे गिरोह के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं कर पाई है।

उधर, अडाणी समूह के एक प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा, ‘‘16 सितंबर, 2021 को डीआरआई और सीमा शुल्क विभाग के संयुक्त अभियान में अफगानिस्तान से आए दो कंटेनरों में बड़ी मात्रा में हेरोइन होने का पता चला। ये कंटनेर मुंद्रा बंदरगाह के डीपी वर्ल्ड टर्मिनल पर पहुंचे थे। हम डीआरआई और सीमा शुल्क विभाग का धन्यवाद करते हैं और बधाई देते हैं कि उन्होंने गैरकानूनी ड्रग्स और आरोपियों को पकड़ा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार के सक्षम प्राधिकार जैसे सीमा शुल्क विभाग और डीआरआई कार्गो को खोलते हैं, छानबीन करते हैं और जब्त करते हैं। बंदरगाह परिचालक किसी कंटेनर की जांच नहीं करता है। बंदरगाह को चलाने में इनकी भूमिका सीमित होती है।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि इस बयान से उन दुर्भावनापूर्ण और फर्जी दुष्प्रचार पर विराम लगेगा, जो अडाणी समूह के खिलाफ सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है।’’

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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