फिल्मों की धार आतंकवाद पर वार कर सकती है: नकवी

मुंबई, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आतंकवाद, हिंसा, कट्टरवाद के खिलाफ कई फिल्मों द्वारा दिए गए संदेशों का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘फिल्मों की धार आतंकवाद पर वार’ कर सकती है।

उन्होंने यहां ‘पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ द्वारा आयोजित “5वें ग्लोबल फिल्म टूरिज्म कॉन्क्लेव” को संबोधित किया।

पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री नकवी ने कहा, ‘‘भारत और दुनिया के विभिन्न देशों में बनी आतंकवाद, हिंसा, कट्टरवाद की बीमारी पर गहरा प्रहार करने वाली फिल्मों ने कई बार यह साबित कर के दिखाया है, आज के माहौल में मनोरंजन के साथ संदेश वाली फिल्मों की जरूरत है।’’

उनके मुताबिक, ‘‘भारतीय सिनेमा उद्योग का आम लोगों से शुरू हुआ सफल सफर, खास लोगों तक सीमित नहीं होना चाहिए। भारतीय फिल्म जगत, दुनिया के बेहतरीन कौशल और कला के कुबेरों का कुनबा है। हमें बेहतरीन विरासत से भरपूर भारतीय सिनेमा को पहले पायदान पर ले जाना है।’’ नकवी ने कहा कि भारत दुनिया का अकेला देश है जहां हर मौसम, माहौल, संस्कृति, संस्कार, गर्मी, सर्दी, बारिश, बर्फ, पहाड़, नदी, झरने, समुद्र, जंगल, खूबसूरत गांव, शहर, बेहतरीन ऐतिहासिक घरोहर सब कुछ मौजदू हैं। जो किसी भी विश्वस्तरीय फिल्म के निर्माण की सभी जरूरतों को पूरा करते हैं।

उन्होंने जोर दिया, ‘‘हमें भारतीय फिल्म उद्योग को लोकल से ग्लोबल के पहले पायदान पर लाने के लिए सीमित वर्गों से ऊपर आम जन की पहली पसंद बनाना होगा।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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