बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा सिद्धार्थनगर : योगी आदित्यनाथ

सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने बुधवार को कहा कि कभी भारत को वैश्विक पहचान देने वाला सिद्धार्थनगर जिला तीन दशक तक उपेक्षित रहा, लेकिन आज यह बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।

             मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सिद्धार्थनगर के बीएसए ग्राउंड में ‘सिद्धार्थनगर महोत्सव-2023’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हालात ये थे कि इस जिले को इंसेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) की जानलेवा बीमारी और युवाओं के पलायन के लिए पहचाना जाने लगा था, लेकिन आज सामूहिक प्रयासों से यहां की तस्वीर बदल रही है।

             उन्होंने कहा कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन के जरिए निवेशकों ने यहां आठ हजार करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव रखा है, जब ये निवेश हकीकत में बदलेगा तो इस जनपद का कायाकल्प हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज ये जिला ‘‘मीटर गेज नहीं, बल्कि बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा’’ है।

             बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार पांच दिवसीय सिद्धार्थनगर महोत्सव के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि 1988 में अपने गठन के बाद से लगभग तीन दशक तक इस जिले को लगातार उपेक्षा का दंश झेलता पड़ा।

             उन्होंने कहा कि जिस जिले ने वैश्विक मंच पर भारत को कभी एक पहचान दी थी, उसके सामने स्वयं की पहचान बनाने का संकट खड़ा हो गया था।

             उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में करुणा और मैत्री के प्रतीक भगवान बुद्ध ने यहीं पर अपने बचपन और युवावस्था के 29 वर्ष व्यतीत किये थे। पूरी दुनिया के लोग इस जनपद के प्रति बहुत आदर और सम्मान व्यक्त करते हैं।’

             योगी ने कहा कि तीन दशकों तक बीमारी और पलायन इसकी पहचान बन चुके थे, मगर सामूहिक प्रयासों के चलते आज इंसेफेलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी यहां से लगभग समाप्त हो चुकी है।

             मुख्यमंत्री ने काला नमक चावल का उल्लेख करते हुए कहा कि इसे हमने ओडीओपी (एक जनपद-एक उत्पाद) के तहत सिद्धार्थनगर के उत्पाद के रूप में प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है।

             उन्होंने कहा कि काला नमक चावल पोषणयुक्त एवं सबसे नरम चावल है और इसका इतिहास भी ढाई हजार वर्ष पुराना है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में काला नमक चावल की मांग है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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