भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से आज भी साहस, शौर्य व सेवा की सीख मिलती है: मोदी

नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज के नायक और स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती को ‘‘जनजातीय गौरव दिवस’’ घोषित करने के केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले पर खुशी जताते हुए बुधवार को कहा कि उनके जीवन से आज भी साहस, शौर्य और सेवा की सीख मिलती है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश की आजादी और समृद्धि में आदिवासियों ने बड़ा योगदान दिया है।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘देश के लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों में बसने वाले भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से हमें आज भी साहस, शौर्य और सेवा की सीख मिलती है। मुझे खुशी है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर को उनकी जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।’’

अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ हमारी जनजातियों का भारत की स्वतंत्रता और समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान है। देश की संस्कृति और इतिहास को उन्होंने अपने परिश्रम से सींचा है, लेकिन दुर्भाग्यवश दशकों तक हमारे जनजातीय भाइयों-बहनों को न उनका अधिकार मिला न सम्मान। नरेंद्र मोदी ने उन्हें सम्मान भी दिया और अधिकार भी।’’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गौरव भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मानने का अत्यंत प्रशंसनीय निर्णय लिया है। इससे हम हमारे जनजातीय नायकों के विराट योगदान को आने वाली पीढ़ियों को बता पाएंगे। इसके लिए मोदी जी का कोटि-कोटि अभिनंदन।’’

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिरसा मुंडा की जयंती को चिह्नित करने और भारतीय इतिहास तथा संस्कृति में अनुसूचित जनजातियों के सदस्यों के योगदान का सम्मान करने के लिए 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ घोषित करने का फैसला किया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

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