मेरे कप्तान रहते यह भारत के शीर्ष तीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक: कोहली

लंदन, इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट की पहली पारी में 99 रन से पिछड़ने के बावजूद शानदार वापसी करते हुए 157 रन से जीत दर्ज करने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को यहां कहा कि एक कप्तान के रूप में उन्होंने जितना भी देखा है यह उसमें भारतीय टीम के शीर्ष तीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक है।

‘द ओवल’ मैदान पर मैच के आखिरी दो दिन तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी लेकिन जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर ने आपस में सात विकेट चटका कर इंग्लैंड की दूसरी पारी को 210 रन पर समेट दिया। भारत ने मैच जीतने के साथ ही पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली।

कोहली ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ मैंने एक कप्तान के रूप में जितना भी देखा है यह उसमें भारतीय टीम के शीर्ष तीन गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक है। और यह देखना शानदार रहा है। हमें एक टीम के रूप में विश्वास था कि हम सभी दस विकेट हासिल कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि दोनों मैचों (लॉर्ड्स और ओवल)  में सबसे अच्छी बात टीम का जज्बा दिखाना रहा है। हम कभी मैच को बचाने (ड्रॉ) की मानसिकता से नहीं खेलते हैं। हम जीतने के लिए खेलते हैं और टीम ने जो जज्बा दिखाया है, उस पर वास्तव में गर्व है।’’

बुमराह ने मैच में प्रभावशाली गेंदबाजी करते हुए दिन के दूसरे सत्र में ओली पोप (02) और जॉनी बेयरस्टो (00) को बोल्ड किया। कोहली ने कहा कि बुमराह उस समय खुद गेंदबाजी करना चाह रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘ जब गेंद रिवर्स स्विंग होने लगी तो बुमराह ने कहा कि मुझे गेंदबाजी करने दो, उन्होंने वह स्पेल डाला और उन दो बड़े विकेटों के साथ मैच के रूख को हमारी ओर मोड़ दिया।’’

कोहली ने माना कि टीम की जीत में शार्दुल ठाकुर के हरफनमौला प्रदर्शन की भूमिका काफी अहम थी।

उन्होंने कहा, ‘‘आपने उनके प्रदर्शन के बारे में बात की। रोहित की पारी शानदार थी। शार्दुल ने इस खेल में जो किया है, वह सामने है। उनके दो अर्द्धशतकों से हम विरोधी टीम को पछाड़ने में सफल रहे।’’

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भी कहा कि बुमराह के स्पेल ने मैच के रुख को मोड़ दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत को श्रेय दिया जाना चाहिए, उन्होंने गेंद को रिवर्स स्विंग कराया और वह रुख मोड़ने वाला साबित हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ आज के मैच से कुछ हासिल नहीं होना निराशाजनक रहा। हमें लगा कि हमारे पास जीतने का मौका है। हम पहली पारी में अधिक बढ़त बना सकते थे, और आपको विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ मौके भुनाने होंगे।’’

रोहित शर्मा को भारत की दूसरी पारी में 127 रन बनाने के लिए  मैन ऑफ द मैच चुना गया। यह रोहित का विदेश में खेले गये  टेस्ट में पहला शतक है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं मैदान पर टिक कर खेलना चाहता था। यह शतक बनाना विशेष था।  हमें दूसरी पारी में बड़े स्कोर के महत्व के बारे में पता था। यह विदेशी पिच पर मेरा पहला शतक है। तीन अंकों का आंकड़ा (शतक) मेरे दिमाग में नहीं था। बढ़त बनाने के बाद हमारी कोशिश उन्हें दबाव में लाने की थी।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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