म्यांमा में तख्तापलट के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को कवर करने की वजह से जन व्यवस्था कानून के तहत अरोपी बनाए गए, एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकार थिन जॉ एवं अन्य मीडिया कर्मी सुनवाई के लिए बुधवार को अदालत में पेश होंगे।
जॉ को 27 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और यह उनके खिलाफ सुनवाई का दूसरा चरण होगा। अगर वह दोषी साबित होते हैं तो उन्हें तीन साल कैद की सजा हो सकती है।
जॉ की वकील तिन जार ऊ ने बताया कि 12 मार्च को हुई पहली सुनवाई के बाद वह संभवत: बुधवार को जमानत के लिए याचिका दायर करेंगी।
‘‘म्यांमा एसिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स’’ (एमएएपीपी) के मुताबिक, तख्तापलट के बाद से अब तक करीब 40 पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है जिनमें से करीब आधे अब भी कैद में हैं। कैद पत्रकारों में थिन जॉ भी शामिल है जिन्हें 27 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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