हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है क्वाड: अमेरिकी एडमिरल और सीनेटर

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की क्वाड सुरक्षा संवाद पहल की प्रशंसा करते हुए एक शीर्ष अमेरिकी एडमिरल और प्रभावशाली सीनेटरों ने इसे चीन द्वारा पेश चुनौती का सामना करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास करार दिया। इस संवाद में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेता शामिल हुए थे।

एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो अमेरिका के हिंद-प्रशांत कमान के कमांडर पद पर तैनाती की पुष्टि के लिए सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति की हुई सुनवाई में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सदस्यों को बताया कि चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (क्वाड) साझा हितों एवं समान मूल्यों वाले चारों लोकतंत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।

उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक, आर्थिक और विकास के अवसरों का लाभ उठाने के लिए सुरक्षा प्राथमिकताओं और चारों देशों के बीच अधिक सैन्य सहयोग की संभावना को बढ़ाएगा।

क्वाड देशों- अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने 12 मार्च को अपना पहला ऑनलाइन शिखर सम्मेलन आयोजित किया था। इस दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन ने गठबंधन के नेताओं से कहा था कि उनके लिए ‘स्वतंत्र और खुला’ हिंद-प्रशांत क्षेत्र आवश्यक है और उनका देश स्थिरता हासिल करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एक सवाल के जवाब में, एक्विलिनो ने कहा कि चीन के साथ ऑस्ट्रेलिया के रिश्ते विभिन्न कारणों से तनावपूर्ण हैं।

सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष सीनेटर जैक रीड ने पहले क्वाड शिखर सम्मेलन का उल्लेख करते हुए बाइडन प्रशासन के लिए इस गठबंधन के महत्त्व पर प्रकाश डाला।

हवाई से डेमोक्रेटिक सीनेटर सीनेटर माजी हिरोनो ने भी क्वाड शिखर सम्मेलन के संदर्भ में जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ जुड़ने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की और क्वाड राष्ट्रों के साथ साझेदारी को मजबूत करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।

सीनेटर जोश हॉले ने चीन की आक्रमकता के खिलाफ क्वाड क्षेत्रीय गठबंधन के बारे में बात की।

सीनेटर टिम काइन ने भारत में क्वाड टीका पहल और टीका विकास कार्यक्रम का स्वागत किया जिसका उपयोग क्षेत्र के अन्य देशों को आपूर्ति के लिए किया जा सकता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikipedia

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