राष्ट्रमंडल खेल 2026 से कुश्ती , निशानेबाजी को बाहर करने पर आईओए ने सीजीएफ को पत्र लिखा

नयी दिल्ली, भारतीय ओलंपिक संघ ने राष्ट्रमंडल खेल 2026 के प्रारंभिक कार्यक्रम से कुश्ती, तीरंदाजी और निशानेबाजी को बाहर करने को ‘हैरानी भरा’ बताते हुए राष्ट्रमंडल खेल महासंघ से अगली आमसभा में इस मसले पर चर्चा करने का आग्रह किया ।

सीजीएफ अध्यक्ष लुईस मार्टिन को लिखे पत्र में आईओए महासचिव राजीव मेहता ने आस्ट्रेलिया में 2026 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में 16 खेलों की प्रारंभिक सूची से इन तीन लोकप्रिय खेलों को बाहर करने पर नाराजगी जताई ।

मेहता ने पत्र में लिखा ,‘‘ भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ के लिये यह हैरानी का सबब है कि इन तीन लोकप्रिय खेलों को सीजीएफ ने अनदेखा कर दिया है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ सीजीए भारत 2026 राष्ट्रमंडल खेलों के कार्यक्रम में निशानेबाजी, तीरंदाजी और कुश्ती को शामिल किये जाने की अनुशंसा करता है । हम अनुरोध करते हैं कि सीजीएफ की अगली आमसभा के एजेंडे में हमारे इस अनुरोध को शामिल किया जाये ।’’

मेहता ने कहा कि चूंकि 2026 राष्ट्रमंडल खेल आस्ट्रेलिया के अलग अलग शहरों में हो रहे हैं और इन तीन खेलों में आयोजन में भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिये ।

इससे पहले इन तीन खेलों को बाहर करने के फैसले को भारत के साथ ‘घोर अन्याय’ करार देते हुए मेहता ने कहा था कि खेल मंत्रालय से मशविरे के बाद इसका विरोध किया जायेगा ।

उन्होंने कहा था ,‘‘ यह भारत के साथ घोर अन्याय है कि निशानेबाजी, कुश्ती और तीरंदाजी को बाहर कर दिया गया । राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी और कुश्ती हमारे प्रमुख खेल हैं । आईओए अध्यक्ष और खेल मंत्रालय से चर्चा करके भावी कार्रवाई पर फैसला लिया जायेगा ।’’

भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी में अब तक 135 (63 स्वर्ण, 44 रजत और 28 कांस्य) पदक जीते हैं । कुश्ती में इन खेलों में भारत ने 102 (43 स्वर्ण, 37 रजत और 22 कांस्य पदक) पदक अपने नाम किये हैं ।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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